मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को विभावि शिक्षकों ने दिया धन्यवाद, एक दूसरे को बांटी मिठाइयां
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में 7 जुलाई को आयोजित झारखंड सरकार की कैबिनेट की बैठक में विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के शिक्षकों, शिक्षकेत्तरों एवं पदाधिकारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने का निर्णय पारित किया। दिनांक 8 अगस्त 2024 को विनोबा भावे विश्वविद्यालय तथा विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले अंगीभूत महाविद्यालय के शिक्षकों ने झारखंड सरकार के इस निर्णय का पुरजोर स्वागत किया। विश्वविद्यालय मुख्यालय में एवं अलग-अलग महाविद्यालय में शिक्षक एकत्र होकर एक स्वर में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को धन्यवाद दिए। हर जगह पर मिठाइयां बांटी गई।
ज्ञात हो की शिक्षक लंबे समय से नई पेंशन योजना का विरोध कर रहे थे। इस संबंध में शिक्षकों ने सरकार से कई बार पत्राचार किया था तथा सरकार के आला अधिकारियों से मिलकर भी अपनी बात को रखा था।
हाल ही में तीन से पांच अगस्त को शिक्षकों ने काला बिल्ला लगाकर विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों में पदोन्नति तथा पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की मांग को लेकर आंदोलन किए थे। 6 अगस्त को विश्वविद्यालय मुख्यालय में दिन भर का धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था।
2004 में तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेई की सरकार ने नई पेंशन योजना को घोषित किया था। इस नई पेंशन योजना के प्रावधान भी स्पष्ट नहीं थे। इससे स्थिति यह बन गई थी कि 2004 के बाद नियुक्त सरकारी सेवा एक प्रकार से पेंशन विहीन हो गया था। सभी स्तर पर इसका विरोध किया जा रहा था। हेमंत सोरेन ने 2019 के चुनाव से पूर्व सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने का आश्वासन दिया था।
2024 का चुनाव के लिए अब कुछ ही महीने रह गए थे इससे सरकारी सेवकों के साथ-साथ विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर साथी भी सरकार की मंशा पर सवाल उठा रहे थे। 7 अगस्त के कैबिनेट मीटिंग में लिए गए प्रस्ताव ने सारी आशंकाओं को समाप्त करते हुए 2004 के बाद नियुक्त सभी सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ देना सुनिश्चित किया है। निर्णय का जोर-शोर से स्वागत किया जा रहा है एवं हेमंत सोरेन के सरकार पर विश्वास और आस्था व्यक्त किया जा रहा है।
News – विजय चौधरी