रांची : भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व सांसद जफर इस्लाम ने शनिवार को प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बड़ा निशाना साधा। जफर इस्लाम प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ सामूहिक दुष्कर्म और फिर जघन्य हत्या की घटना हृदयविदारक है। इससे केवल प. बंगाल ही नहीं, बल्कि देश शर्मसार हुआ है। कहा कि एक तरफ देश आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ रहा है, वहीं देश में ऐसी अमानवीय घटनाएं हमें डराती हैं। उन्होंने कहा कि घटना से भी ज्यादा चिंतनीय राज्य सरकार की नीयत और मंशा की हो रही है। उच्च न्यायालय ने भी इसपर सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हुए गंभीर चिंता व्यक्त की है।
‘रिनोवेशन के नाम पर हत्या के साक्ष्य मिटाए गए’
जफर इस्लाम ने कहा कि 36 घंटे की ड्यूटी करने के बाद एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर आराम करने घर जाती है और उसके साथ सामूहिक बलात्कार होता है,फिर ऐसी निर्मम हत्या होती है, जिसका शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। चश्मा का शीशा भी पीड़िता की आंखों में धंस जाता है। कहा कि इतनी वीभत्स घटना के बाद मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को राज्य सरकार द्वारा एफआईआर नहीं कराने का निर्देश देना स्पष्ट करता है कि पूरी घटना को सरकार के संरक्षण में अंजाम दिया गया है। रिनोवेशन के नाम पर दुष्कर्म एवं हत्या के साक्ष्य मिटाए गए। कहा कि एक तरफ बिना एफआईआर कराए साक्ष्य मिटाए जा रहे थे तो, दूसरी ओर जनता की सहानुभूति बटोरने के लिए ममता बनर्जी सीबीआई जांच की बात भी कर रही थी। उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि आखिर साक्ष्य मिटाने के बाद सीबीआई जांच का आदेश क्यों दिया गया? इतना ही नहीं ममता सरकार ने कॉलेज के प्राचार्य को दंडित करने के बजाए पुरस्कृत किया। तुरंत उनका तबादला दूसरे मेडिकल कॉलेज में कर दिया गया।
‘बलात्कारियों को सजा दिलाने के बजाए ममता बनर्जी उन्हें संरक्षण दे रही है’
उन्होंने कहा कि मार्च निकालकर ममता बनर्जी यह बता रही कि वे सरकार चलाने में सक्षम नहीं है। कहा कि सरकार का काम अपराधियों, बलात्कारियों को सजा दिलाना है लेकिन ममता बनर्जी उनको संरक्षण दे रही है, इसलिए उन्हें सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। कहा कि झारखंड और प. बंगाल में अपराधियों को लेकर समानताएं हैं। झारखंड में भी महिलाएं प्रताड़ित हो रही हैं. राज्य में 7 हजार से अधिक बलात्कार की घटनाएं हो चुकी हैं, पर सजा दिलाने में हेमंत सरकार भी विफल रही है। यह सरकार भी अपराधियों को संरक्षण दे रही है। दोनों राज्य सरकार तुष्टिकरण की राजनीति में डूब गई है। जनता की भलाई से कुछ भी लेना देना नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफा देने की मांग की। प्रेसवार्ता में प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक,प्रवक्ता अविनेश कुमार सिंह, सह प्रभारी अशोक बड़ाइक भी उपस्थित थे।