हजारीबाग, खिरगांव: उर्शे आला हज़रत के पूरबहार मौके पर मस्जिदे ताजुशारिया खिरगांव में बज्मे रजा के बैनर तले एक अजीमो शान प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस मौके पर कई गणमान्य व्यक्तियों और औलमाओं ने शिरकत की और उर्शे आला हज़रत की महानता और उनके योगदान को याद किया।
प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति
इस अजीमो शान प्रोग्राम में मौलाना सैयद कामरान अजमेरी मस्जिद चिश्ती मोहल्ला, हज़रत हाफिज वा कारी सैयद दानिश गनी, हज़रत हाफिज मुजाहिद सहाब, मौल्वी खुर्शीद, और अन्य औलमाओं ने भाग लिया। इसके साथ ही सैकड़ों की संख्या में अवामे अहले सुन्नत के लोग भी इस प्रोग्राम में शामिल हुए।
प्रोग्राम का उद्देश्य और महत्व
प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य उर्शे आला हज़रत की याद में उन्हें ख़िराजे-अक़ीदत अर्पित करना और उनके द्वारा समाज के लिए किए गए महान कार्यों को याद करना था। मौलाना सैयद कामरान अजमेरी ने अपने संबोधन में उर्शे आला हज़रत की शिक्षाओं और उनके द्वारा बताए गए सच्चे मार्ग पर चलने का महत्व बताया।
आयोजन की व्यवस्था
इस अजीमो शान प्रोग्राम का इहतेमाम बज्मे रजा के प्रमुख अमीर जमायत मो मुस्तकिम उर्फ मंडुल, हाज़ी एजाज अहमद रिज़वी, हाजी मोहम्मद मंजूर आलम रिज़वी, आफताब आलम रिज़वी, मोसब्बीर आलम रिज़वी, तारिक अनवर रिज़वी, और नेहाल अहमद रिज़वी द्वारा किया गया। इन सभी ने मिलकर इस प्रोग्राम की बेहतरीन व्यवस्था की और इसे सफल बनाया।
प्रोग्राम की प्रमुख गतिविधियाँ
प्रोग्राम के दौरान कई धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया गया। औलमाओं ने आला हज़रत की शिक्षाओं पर आधारित भाषण दिए और उनकी कविताओं और शायरी का पाठ किया गया। इसके अलावा, कुरान की तिलावत और नात-ए-शरीफ का आयोजन भी किया गया, जिसमें बच्चों और युवाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
समापन और दुआ
प्रोग्राम का समापन मौलाना सैयद कामरान अजमेरी की दुआ के साथ हुआ। उन्होंने सभी उपस्थित लोगों को उर्शे आला हज़रत के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी और समाज में भाईचारे और एकता को बनाए रखने का संदेश दिया।
इस अजीमो शान प्रोग्राम ने हजारीबाग खिरगांव के लोगों को उर्शे आला हज़रत की शिक्षाओं और उनके महान कार्यों की याद दिलाई और उन्हें उनके नक्शेकदम पर चलने की प्रेरणा दी। यह प्रोग्राम निश्चित ही सभी के लिए एक यादगार अनुभव साबित हुआ।
News – Vijay Chaudhary.