गुमला – गुमला जिले के घाघरा क्षेत्र में मानवीयता का एक अनोखा उदाहरण देखने को मिला, जब एक नवजात शिशु को झाड़ी में फेंके जाने के बाद एक दंपति ने उसे गोद ले लिया। घटना घाघरा कॉलेज रोड स्थित अंबा बगीचा के पास की है, जहां एक कुंवारी मां ने अपने पाप को छुपाने के उद्देश्य से नवजात शिशु को झाड़ी में फेंक दिया।
घटना का पता तब चला, जब घाघरा कॉलेज रोड निवासी सागर उरांव प्रतिदिन की तरह दौड़ने के लिए अपने घर से निकला। दौड़ते समय उसने झाड़ी के पास एक बच्चे के रोने की आवाज सुनी। जब सागर ने झाड़ी के पास जाकर देखा, तो पाया कि एक नवजात शिशु चींटियों से घिरा हुआ है और रो रहा है। नवजात शिशु की उम्र लगभग एक माह के आसपास थी। सागर ने तुरंत शिशु को उठाया, उसके शरीर से चींटियों को हटाया और उसे घाघरा उप स्वास्थ्य केंद्र ले गया, जहां डॉक्टरों ने शिशु को स्वस्थ घोषित किया।
सागर उरांव ने उस नवजात को अपने घर ले जाने का फैसला किया। सागर की माता सरिता देवी और पिता दिलकेश्वर उरांव ने भी शिशु को गोद लेने की इच्छा जताई और कहा कि अब उनका दो बेटा हो गया है। इस घटना की सूचना मिलते ही घाघरा थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सागर और उसके माता-पिता को थाने बुलाया। पुलिस ने पूछताछ के बाद दंपति द्वारा शिशु को गोद लेने की इच्छा को स्वीकार कर लिया।
लिखित जिम्मा नामा की प्रक्रिया पूरी करने के बाद, घाघरा थाना पुलिस ने स्थानीय लोगों की उपस्थिति में नवजात शिशु को उक्त दंपति को सौंप दिया। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में मानवीयता और करुणा की मिसाल पेश की है।
News – गनपत लाल चौरसिया