परीक्षा, शोध, पठन-पाठन से संबंधित कई प्रस्ताव हुए पारित
जब से मैं कुलपति बनी थी मेरी ख्वाहिश थी कि मैं विश्वविद्यालय के लिए कुछ खास करूं। विश्वविद्यालय को 1.69 एकड़ भूमि प्राप्त हुई है। इससे मुझे संतोष हुआ है। और भी भूमि संबंधी जो कागजात है उसको शीघ्रताशीघ्र प्रक्रिया में लाई जाए तो और भी भूमि विश्वविद्यालय को प्राप्त हो सकती है। उक्त बातें विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति श्रीमती सुमन कैथरीन किसपोट्टा ने कही। श्रीमती सुमन मंगलवार को विनोबा भावे विश्वविद्यालय के सम्राट अशोक प्रशासनिक भवन में संकायअध्यक्षों एवं विभागाध्यक्षों की बैठक की अध्यक्षता कर रही थी।
बैठक में पठन-पाठन एवं परीक्षा से संबंधित कई व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के प्रस्ताव पारित किए गए। शोध को और पारदर्शी एवं विश्वसनीय बनाने के लिए भी कुछ महत्वपूर्ण सुधार पर निर्णय लिए गए।
बैठक में प्रस्ताव लिया गया कि 2024 के स्नातकोत्तर के दो-दो टॉपर एवं DEET परीक्षा के विषय वार 1-1 टॉपरो की नियुक्ति शीघ्र की जाएगी। विभागाध्यक्षों ने इनकी पदस्थापना नियम के तहत स्नातकोत्तर विभागों में करने का आग्रह किया। यह भी तय हुआ की आवश्यकता अनुसार अनुबंध पर शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया जल्द संपन्न कर ली जाएगी। कुलसचिव ने सदन को बताया कि इस संबंध में प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। ऐसे शिक्षकों की नियुक्ति, रिक्तियों के विरुद्ध की जाएगी।
बैठक में विभावि के विद्यत परिषद एवं अधीशद से पारित 2009 एवं 2016 के पीएचडी परीनियम को अधिसूचित करने का प्रस्ताव लिया गया। 2022 के यूजीसी का पीएचडी नियमावली से संबंधित सभी शंका को निरस्त करते हुए कुलसचिव ने बताया कि यह अधिनियम पूरी तरह से पारित तथा अधिसूचित है।
बैठक में तय हुआ की विश्वविद्यालय के वित्त समिति एवं अधीशद द्वारा पारित परीक्षा कार्य से संबंधित भुगतान किए जाने वाले पुनरीक्षित राशि को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाएगा। यह भी तय हुआ कि विभागाध्यक्षों को राशि अग्रिम के रूप में दी जाएगी जिससे कि परीक्षा लेने के लिए बाहर से आए विषय विशेषज्ञ का भुगतान उसी दिन किया जा सके। तय हुआ कि ऐसे सभी विशेषज्ञ वाहन भत्ता के हकदार होंगे।
विभागों को अब ₹2000 के स्थान पर प्रतिमा ₹5000 कंटीन्जेंसी के रूप में दिए जाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से लिया गया। तय हुआ कि इस प्रस्ताव को वित्त समिति एवं अभिशद से पारित करवाने के लिए इनकी अगली बैठक के कार्य वृत्त में शामिल किया जाएगा।
विभागाध्यक्षों ने कई भवनों मे आवश्यक मरम्मत कार्य के तरफ कुलपति का ध्यान आकृष्ट करवाया। तय हुआ कि विश्वविद्यालय के सीसीडीसी महोदय से निरीक्षण करवा कर इस संबंध में प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।
शिक्षकों की पदोन्नति एवं शिक्षकों के अवकाश में एक तरफा कटौती के संबंध में न्यायालय में लंबित अलग-अलग मुकदमों की चर्चा की गई । कुलपति से आग्रह किया गया कि विश्वविद्यालय के तरफ से नियम-परिणाम के अनुसार तथा शिक्षक हित में पक्ष रखने के लिए विश्वविद्यालय के अधिवक्ता को निर्देश दिया जाए।
विश्वविद्यालय का अतिथि भवन को दुरुस्त करने का आग्रह विभागाअध्यक्षों ने किया। तय हुआ की अतिथि विषय-विशेषज्ञों को अतिथि भवन में ठहराया जाएगा तथा इनके भोजन और जलपान के लिए अलग से प्रावधान किए जाएंगे।
बैठक में विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण संकायअध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ) मिथिलेश कुमार सिंह, कुलसचिव डॉ मोहम्मद मोख्तार आलम के अलावे सभी संकायअध्यक्ष, विभागाअध्यक्ष, वित्त पदाधिकारी डॉ सुरेंद्र कुशवाहा एवं परीक्षा नियंत्रक डॉ सुनील कुमार दुबे उपस्थित थे।
News – Vijay Chaudhary.