गुमला: आज सोमवार को गुमला स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में विद्यालय प्रबंधन समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य विद्यालय से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करना और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करना था। बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष किरण बाला, जिला शिक्षा पदाधिकारी कविता खलको, और कई अन्य प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
प्रमुख मुद्दों पर चर्चा
बैठक में विद्यालय से जुड़ी विभिन्न आवश्यकताओं और सुधारात्मक योजनाओं पर विचार-विमर्श किया गया। सबसे प्रमुख मांगों में छात्रावास में सोलर चलित वाटर हीटर, सोलर इनवर्टर और वाटर कूलर जैसी सुविधाओं की स्थापना शामिल थी। इसके अलावा, 50 सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने का भी प्रस्ताव रखा गया, जिससे ऊर्जा की बचत हो सके और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी लाभ हो।
दिव्यांग छात्रों के लिए विशेष व्यवस्था
बैठक में दिव्यांग छात्रों के लिए रैंप निर्माण की आवश्यकता पर भी विशेष ध्यान दिया गया। साथ ही, वर्षा जल संग्रहण के लिए सोक पिट और कैनाल के निर्माण की मांग की गई, ताकि पर्यावरण संरक्षण और जल संचयन को प्रोत्साहित किया जा सके। खेल के मैदान में दर्शक दीर्घा के निर्माण और बालिका छात्रावास में पेबर ब्लॉक लगाने की मांग भी सामने आई।
विद्यालय परिसर में अन्य सुधार
विद्यालय प्रबंधन समिति ने विद्यालय के मुख्य द्वार तक सड़क मरम्मत का मुद्दा उठाया, जिसमें तानाखुदी से विद्यालय तक सड़क सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया गया। इसके अलावा, विद्यालय की जालीदार स्लाइडर खिड़कियों और अतिरिक्त डीप बोरिंग की स्थापना पर भी चर्चा की गई।
शैक्षणिक भवनों का निरीक्षण और विज्ञान प्रयोगशालाओं की समीक्षा
बैठक के बाद, उपायुक्त ने विद्यालय के शैक्षणिक भवनों का निरीक्षण किया। उन्होंने बायोलॉजी, केमिस्ट्री, फिजिक्स और मैथ्स लैब का भी दौरा किया, जहां विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत क्रियाकलापों की सराहना की। विशेष रूप से, केमिस्ट्री लैब में सुरक्षा के मानकों पर जोर देते हुए उपायुक्त ने सख्त निर्देश दिए कि छात्रों और शिक्षकों को सुरक्षा के प्रति विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
वृक्षारोपण और कला प्रदर्शनी का उद्घाटन
बैठक के उपरांत, उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने विद्यालय में वृक्षारोपण किया, जिससे पर्यावरणीय जागरूकता को बढ़ावा दिया जा सके। इसके बाद, कला प्रदर्शनी कक्ष (आर्ट इंटीग्रेटेड एंड टॉय बेस्ड क्लासरूम) का उद्घाटन किया गया, जो विद्यार्थियों की रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए एक नया कदम है। साथ ही, संग्रहालय और एस्ट्रोनॉमी लैब का निरीक्षण भी किया गया, जिसमें विज्ञान के प्रति छात्रों की रुचि को और प्रोत्साहित करने की दिशा में काम किया जा रहा है।
भविष्य की योजनाएं और दिशा-निर्देश
बैठक में उपायुक्त ने विद्यालय की वर्तमान उपलब्धियों की समीक्षा करते हुए भविष्य की योजनाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने विद्यालय को और बेहतर बनाने के लिए स्थानीय अधिकारियों और शिक्षकों को सुझाव दिए। साथ ही, इस बात पर भी जोर दिया गया कि विद्यालय को आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से सुसज्जित किया जाए ताकि छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा मिल सके।
बैठक में उठाए गए मुद्दों और प्रस्तावों से यह स्पष्ट है कि विद्यालय प्रबंधन समिति और स्थानीय प्रशासन मिलकर विद्यालय की समस्याओं के समाधान और सुविधाओं के विकास के लिए कटिबद्ध हैं। इससे न केवल छात्रों की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि विद्यालय का भौतिक और तकनीकी ढांचा भी मजबूत होगा।
कॉल टू एक्शन
छात्रों की बेहतरी और विद्यालय की प्रगति के लिए उठाए गए इन कदमों की सफलता के लिए स्थानीय समुदाय और प्रशासन का सहयोग अत्यंत आवश्यक है। अब समय आ गया है कि हम सभी मिलकर इन सुधारात्मक योजनाओं को क्रियान्वित करने में अपना योगदान दें।
न्यूज़ – गनपत लाल चौरसिया
Edited by – Sanjana Kumari.