गुमला, अक्टूबर 2024:
गुमला जिला मुख्यालय सहित जिले के समस्त प्रखंडों में शारदीय नवरात्रि और दशहरा का पावन पर्व पूरे उल्लास और श्रद्धा के साथ संपन्न हुआ। परमवीर अल्बर्ट एक्का स्टेडियम गुमला सहित डुमरडीह और मुरकुंडा ग्रामों में दशहरा का भव्य आयोजन हुआ, जहां रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों का दहन किया गया। इस मौके पर जिला प्रशासन के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी और जिला पुलिस कप्तान शंभू कुमार सिंह ने अपने दल-बल के साथ त्योहार के सफल और शांतिपूर्ण आयोजन में अहम भूमिका निभाई।
आकर्षक पूजा पंडालों और भक्ति भाव का माहौल
पूरे गुमला जिले में इस वर्ष माता श्री दुर्गा पूजा का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। जगह-जगह आकर्षक पूजा पंडालों का निर्माण किया गया, जिन्हें अद्भुत तरीके से सजाया गया था। पूजा पंडालों में लेजर लाइट्स, विद्युत सज्जा, और डीजे साउंड के साथ भक्तिमय गीतों ने पूरे इलाके को भक्ति रस में डुबो दिया। बड़ी संख्या में श्रद्धालु परंपरागत वेशभूषा में सजे-संवरे नजर आए। नन्हे-मुन्ने बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने पूजा के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया।
छोटे-छोटे बच्चों ने दशहरा के मेले में भाग लिया और अपनी पसंद के खिलौने और मिठाइयों की खरीदारी की। वहीं, परिवारों ने गोलगप्पे और चाट का आनंद लिया। पूजा के दौरान लोगों ने माता श्री दुर्गा, माता लक्ष्मी, माता सरस्वती, श्री गणेश महाराज, और श्री कार्तिकेय का आशीर्वाद लिया और उत्साह के साथ देवी-देवताओं की पूजा अर्चना की।
दशमी के दिन का विशेष आयोजन
दशमी के दिन, परमवीर अल्बर्ट एक्का स्टेडियम, मालवीय नगर करौंदी, और मुरकुंडा ग्राम सहित अन्य स्थानों पर रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों का दहन किया गया। यह आयोजन बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया गया। हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ इस समारोह का हिस्सा बनी और भव्य पुतला दहन को देखने आई। इस अवसर पर देवी दुर्गा की विशाल झांकी निकाली गई, जिसमें माता लक्ष्मी, सरस्वती, श्री गणेश और कार्तिकेय की प्रतिमाओं के साथ नगर भ्रमण कराया गया।
गुमला जिला मुख्यालय के छठ तालाब और अन्य जलाशयों में देवी-देवताओं की प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। हालांकि, कुछ पूजा समितियों ने शनिवार को दशमी होने के बावजूद, मूर्ति विसर्जन को स्थगित कर अगले दिन रविवार को पूरे नगर में भव्य जुलूस निकालने का निर्णय लिया।
जिला प्रशासन और पुलिस की सक्रिय भूमिका
पूरे जिले में नवरात्रि और दशहरा के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने विशेष मुस्तैदी दिखाई। उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी और जिला पुलिस कप्तान शंभू कुमार सिंह ने सभी संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा। जगह-जगह पुलिस बल तैनात किए गए, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। जिला के विभिन्न प्रखंडों में दंडाधिकारियों और थाना प्रभारियों ने अपनी पूरी मुस्तैदी से काम किया और जिले में शांति बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई।
पूरे गुमला जिले में इस साल शारदीय नवरात्रि और दशहरा का आयोजन शांतिपूर्ण और सफल रहा। प्रशासन और पुलिस की तत्परता ने इस बात को सुनिश्चित किया कि सभी श्रद्धालु सुरक्षित और सुखद माहौल में त्योहार का आनंद उठा सकें।
पूजा समितियों का जिला प्रशासन को धन्यवाद
जिले के विभिन्न पूजा पंडालों के समिति सदस्यों ने प्रशासन और पुलिस की मुस्तैदी और योगदान के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने विशेष रूप से उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी और पुलिस कप्तान शंभू कुमार सिंह की भूरी-भूरी प्रशंसा की। पूजा समितियों ने कहा कि प्रशासन की तत्परता के कारण ही गुमला जिले में नवरात्रि और दशहरा का आयोजन शांति और भाईचारे के साथ संपन्न हो सका।
दशहरा: बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश
दशहरा का पर्व हर साल बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन रावण दहन के साथ यह संदेश दिया जाता है कि अंत में सत्य और धर्म की विजय होती है। गुमला के लोगों ने इस पर्व को पूरी भक्ति और उमंग के साथ मनाया। जगह-जगह रामलीला का आयोजन किया गया और रावण दहन के साथ यह उत्सव अपने चरम पर पहुंचा।
प्रशासन की तारीफ और सफल आयोजन
गुमला जिले में इस साल का नवरात्रि और दशहरा उत्सव बेहद खास और शानदार रहा। प्रशासन और पुलिस की तत्परता ने इस आयोजन को सफल और सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पूजा पंडालों की भव्यता, रावण दहन के आयोजन, और भक्तिमय माहौल ने इस पर्व को यादगार बना दिया।
न्यूज़ – गनपत लाल चौरसिया
Edited by – Sanjana Kumari