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Wednesday, October 16, 2024
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गुमला में सड़क निर्माण में लापरवाही: RKD कंस्ट्रक्शन और NHI विभाग की उदासीनता से आम नागरिक परेशान

गुमला, अक्टूबर 2024 गुमला जिले के सिसई प्रखंड में पलमा से गुमला तक बनने वाली चार लेन सड़क का निर्माण RKD कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा कराया जा रहा है। लेकिन इस निर्माण कार्य में लापरवाही और धीमी गति के कारण आम नागरिकों को अनावश्यक रूप से परेशान होना पड़ रहा है। गुमला से रांची जाने के रास्ते में, सिसई पेट्रोल पंप के पास बनाई गई सड़क को बिना किसी उचित योजना के खोल दिया गया है। इसका परिणाम यह है कि गुमला से गुजरने वाले वाहन चालकों और राहगीरों को बिना वजह तीन किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ रहा है। इस समस्या से परेशान स्थानीय नागरिकों ने गुमला जिला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी से हस्तक्षेप की गुहार लगाई है।

सड़क निर्माण में लापरवाही

RKD कंस्ट्रक्शन द्वारा निर्माणाधीन इस सड़क में कार्य की धीमी गति और अनुशासनहीनता से स्थानीय लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गुमला से रांची जाने के रास्ते में सिसई पेट्रोल पंप के पास सड़क को बिना किसी चेतावनी के ओपन कर दिया गया है, जबकि लगभग तीन किलोमीटर बाद इसे फिर से बंद कर दिया गया है। इससे यात्रियों को अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है, जिससे समय और ईंधन दोनों की बर्बादी हो रही है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण का यह तरीका पूरी तरह से असंगठित है और यात्रियों की असुविधा को नजरअंदाज किया जा रहा है। नागरिकों ने आरोप लगाया है कि सड़क निर्माण कंपनी को इस समस्या से कोई मतलब नहीं है और वे अपनी अक्षमता के कारण आम लोगों को परेशानी में डाल रहे हैं।

NHl विभाग की उदासीनता

सड़क निर्माण की इस अव्यवस्था में NHI विभाग की उदासीनता भी साफ दिखाई देती है। सड़क निर्माण कार्य में हो रही इस लापरवाही को लेकर NHI के अधिकारियों ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अगर संबंधित विभाग समय रहते हस्तक्षेप करता, तो शायद यह समस्या इतनी गंभीर नहीं होती। लेकिन NHI विभाग की निगरानी की कमी और लापरवाही से सड़क निर्माण की यह स्थिति और भी खराब हो गई है।

तीन किलोमीटर का अनावश्यक चक्कर

गुमला से रांची जाने वाले वाहन चालकों को सिसई पेट्रोल पंप के पास से तीन किलोमीटर तक ओपन सड़क के बाद अचानक बंद रास्ते का सामना करना पड़ता है। इससे उन्हें फिर से तीन किलोमीटर वापस आकर उसी पेट्रोल पंप के पास पहुंचना पड़ता है, जहां से उनका सफर शुरू हुआ था। यह तीन किलोमीटर का चक्कर न सिर्फ समय की बर्बादी है, बल्कि यह वाहन चालकों के लिए मानसिक और शारीरिक तनाव का भी कारण बन रहा है।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि निर्माण कंपनी को इस समस्या से कोई फर्क नहीं पड़ता। इसके अलावा, विभागीय अधिकारियों को भी इसकी कोई चिंता नहीं है। इससे जनता में नाराजगी बढ़ रही है।

नागरिकों की गुहार

इस स्थिति से नाराज नागरिकों ने गुमला जिला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी से हस्तक्षेप करने की अपील की है। उनका कहना है कि उपायुक्त इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए सड़क निर्माण कंपनी और NHI विभाग पर कार्रवाई करें, ताकि लोगों को हो रही इस परेशानी का समाधान हो सके।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि वे लंबे समय से इस समस्या का सामना कर रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी भी अधिकारी या निर्माण कंपनी ने इसे सुलझाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।

निर्माण में अनुशासन और कार्य गति का महत्व

एक महत्वपूर्ण निर्माण परियोजना जैसे कि चार लेन की सड़क के लिए उचित योजना और अनुशासन बेहद जरूरी है। सड़क निर्माण में अनुशासनहीनता से न सिर्फ निर्माण कार्य की गुणवत्ता प्रभावित होती है, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

RKD कंस्ट्रक्शन द्वारा गुमला और रांची के बीच इस सड़क निर्माण में आवश्यक दिशा-निर्देशों और मानकों का पालन न करने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। जब तक निर्माण कंपनी उचित योजना और समयबद्ध तरीके से काम नहीं करती, तब तक आम नागरिकों को इसी तरह परेशान होना पड़ेगा।

उपायुक्त से उम्मीद

इस मुद्दे को लेकर अब गुमला जिला प्रशासन पर लोगों की नजरें टिकी हैं। नागरिकों को उम्मीद है कि उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी जल्द ही इस मामले में उचित कदम उठाएंगे और सड़क निर्माण में आ रही बाधाओं को दूर करेंगे। साथ ही, NHI विभाग को भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए निर्माण कार्य की सख्त निगरानी करनी होगी ताकि भविष्य में ऐसी समस्याएं न हों।

समाधान की दिशा में आवश्यक कदम

  1. निर्माण योजना की पुनरावृत्ति: निर्माण कंपनी को अपनी योजना में सुधार कर सड़क के अलग-अलग हिस्सों को सुनियोजित तरीके से बंद और ओपन करना होगा, ताकि यातायात बाधित न हो।
  2. समयबद्ध कार्य: सड़क निर्माण में देरी को रोकने के लिए समयबद्ध कार्य योजना बनाई जाए, जिससे नागरिकों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
  3. NHI की सख्त निगरानी: NHI विभाग को सड़क निर्माण की सख्त निगरानी करनी होगी ताकि किसी भी तरह की लापरवाही न हो।
  4. जनता की सुविधा का ध्यान: निर्माण कार्य के दौरान नागरिकों की सुविधा और सुरक्षा का ध्यान रखना आवश्यक है, ताकि उनका दैनिक जीवन बाधित न हो।

सड़क निर्माण में सुधार की मांग

गुमला जिले में पलमा से गुमला तक बन रही चार लेन की सड़क के निर्माण में हो रही लापरवाही और NHI विभाग की उदासीनता से स्थानीय नागरिकों में नाराजगी है। इस समस्या का समाधान निकालना न सिर्फ निर्माण कंपनी की जिम्मेदारी है, बल्कि संबंधित विभागों और प्रशासन का भी कर्तव्य है।

गुमला के नागरिकों को उम्मीद है कि जिला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी इस मामले में उचित कार्रवाई करेंगे, ताकि सड़क निर्माण प्रक्रिया सुचारू रूप से पूरी हो और नागरिकों को इस अनावश्यक परेशानी से राहत मिले।

न्यूज़ – गनपत लाल चौरसिया

Edited by – Sanjana Kumari

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