गिरिडीह : गिरिडीह जिले के राजधनवार से भाजपा नेता निरंजन राय निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में कूद चुके हैं. अब वो पीछे हटनेवाले नहीं हैं. उन्हें मनाने की जिम्मेदारी बीजेपी के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र कुमार राय को सौंपी गई है। लेकिन निरंजन राय से जब इस संबंध में Jharkhandweekly ने उनसे जानना चाहा तो उन्होंने तपाक से कहा कि धनवार में मेरे पक्ष में जनता चुनाव लड़ रही है. चुनाव मैदान से हटने का कोई सवाल नहीं है. ये प्रजातंत्र है यहां सबको चुनाव लड़ने का हक है. भाजपा में आपको मनाने का प्रयास चल रहा है, क्या आप मानेंगे? इस सवाल पर उन्होंने कहा नो कमेंट…! आगे कहा कि हम बैठनेवाले नहीं है. आपलोग (मीडिया) सबकुछ जान रहे हैं फिर ये क्यों सवाल क्यों पूछ रहे हैं?
चतुष्कोणीय मुकाबले में फंसे बाबूलाल के लिए सिरदर्द बने निरंजन राय
बता दें कि नामांकन से पूर्व निरंजन राय को मनाने के लिए गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे निरंजन राय के घर गये थे और उन्हें मनाने का प्रयास किया था. इसके बावजूद उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन दाखिल कर दिया। चुनाव लड़ने पर आमादा निरंजन राय को मनाने के लिए नवमनोनीत झारखंड भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र राय को जिम्मेदारी दी गई है. क्योंकि रवींद्र राय और निरंजन राय का संबंध जगजाहिर है। दोनों भूमिहार जाति से आते हैं. निरंजन राय का बाबूलाल से भी घनिष्ठ संबंध रहा है. अब चतुष्कोणीय मुकाबले में फंसे बाबूलाल मरांडी के लिए निरंजन राय सिरदर्द बन हुए हैं. धनवार से टिकट कटने के बाद गुस्साये रवींद्र राय को तो कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर भाजपा ने मना लिया पर, निरंजन राय किसी की नहीं सुन रहे हैं. निरंजन राय को लेकर धनवार में चर्चा है कि वे सिर्फ बाबूलाल मरांडी को हराने के लिए खड़े हुए हैं.