गुमला – गुमला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने हाल ही में नागफेनी स्थित कल्याण विभाग द्वारा संचालित अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस समीक्षा का मुख्य उद्देश्य अस्पताल की सुविधाओं और सेवाओं की गुणवत्ता को परखना और उसमें सुधार लाने हेतु आवश्यक निर्देश देना था।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने अस्पताल प्रबंधन और अन्य संबंधित अधिकारियों को स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए त्वरित कदम उठाने के निर्देश दिए। यह कदम जिले के नागरिकों को समय पर और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की दिशा में जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
अस्पताल की वर्तमान स्थिति और निरीक्षण के दौरान दिए गए निर्देश
1. स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार पर जोर
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने अस्पताल की सभी बुनियादी सुविधाओं, जैसे आपातकालीन सेवाओं, दवाओं की उपलब्धता, और स्वच्छता, का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को निर्देशित किया कि ये सुविधाएं हर समय दुरुस्त रहें ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
इसके अतिरिक्त, उपायुक्त ने आपातकालीन सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए विशेष निर्देश दिए। इसमें एम्बुलेंस सेवाओं को सक्रिय करना और आधुनिक उपकरणों को जल्द से जल्द उपलब्ध कराना शामिल है।
2. स्वच्छता और दवाओं की उपलब्धता पर सख्ती
निरीक्षण में स्वच्छता और दवाओं की पर्याप्तता सुनिश्चित करने पर भी विशेष जोर दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि स्वच्छता की कमी और दवाओं की अनुपलब्धता किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए अस्पताल प्रशासन को समय-समय पर निरीक्षण करने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया।
3. स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही पर सख्त रवैया
उपायुक्त ने अस्पताल प्रबंधन को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही या कोताही को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने जोर दिया कि मरीजों को सर्वोत्तम इलाज और सेवाएं मुहैया कराना प्रशासन की प्राथमिकता है।
भविष्य की योजनाएं और प्राथमिकताएं
1. स्वास्थ्य सेवाओं में नवाचार
गुमला जिला प्रशासन की योजना स्वास्थ्य सेवाओं को आधुनिक तकनीक और साधनों से लैस करने की है। इससे स्थानीय नागरिकों को सस्ती और सुलभ चिकित्सा सेवाएं मिल सकेंगी।
2. सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन
निरीक्षण के दौरान आयुष्मान भारत और अन्य कल्याणकारी योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि हर जरूरतमंद मरीज को इन योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए।
3. कर्मचारियों की कार्यक्षमता का मूल्यांकन
निरीक्षण में उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यक्षमता और समर्पण का भी आकलन किया गया। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि सभी कर्मचारी अपने कर्तव्यों का पालन तत्परता से करें।
जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता
गुमला उपायुक्त का यह निरीक्षण स्पष्ट करता है कि जिला प्रशासन स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस पहल का उद्देश्य केवल अस्पताल की स्थिति को बेहतर बनाना नहीं, बल्कि पूरे जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का व्यापक विकास करना है।
गुमला जिले के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी का यह कदम सराहनीय है। इस निरीक्षण से न केवल अस्पताल की कार्यप्रणाली में सुधार होगा, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति प्रशासन की प्रतिबद्धता भी स्पष्ट होती है।
जिला प्रशासन की यह पहल निश्चित रूप से जिले में चिकित्सा सेवाओं को नई ऊंचाई पर ले जाएगी। अब देखना यह है कि दिए गए निर्देशों का पालन कितनी तत्परता से किया जाता है।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया
एडिटेड – संजना कुमारी