विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग के स्नातकोत्तर अंग्रेजी विभाग में आधुनिक अंग्रेजी कविता पर एक सफल और ज्ञानवर्धक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में सेमेस्टर तीन के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और आधुनिक कविता की विशेषताओं, कवियों, और उनकी कृतियों पर गहन चर्चा की।
सेमिनार की शुरुआत और अध्यक्षीय संबोधन
इस सेमिनार की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष सैय्यद रिजवान अहमद ने की।
- उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में आधुनिक अंग्रेजी कविता की विशेषताओं और उसके साहित्यिक महत्व पर प्रकाश डाला।
- उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि:
“आधुनिक कविता केवल शब्दों का खेल नहीं है, यह समाज के विचारों और समस्याओं का आईना है।”
उनके शब्दों ने सेमिनार की गंभीरता और उद्देश्य को रेखांकित किया।
प्रमुख प्रस्तुतियां और कवियों का विश्लेषण
प्रमुख प्रस्तुतकर्ता:
- सुभाशीष चक्रवर्ती
- सौम्या सिन्हा
- सचिन
विचारोत्तेजक चर्चा:
- इन छात्रों ने टी.एस. इलियट, डब्ल्यू.बी. यीट्स, और टेड ह्यूजेस जैसे कवियों की कविताओं का विस्तार से विश्लेषण किया।
- टी.एस. इलियट:
- उनकी कविता The Waste Land में आधुनिक समाज की नैतिक और आध्यात्मिक गिरावट पर चर्चा।
- डब्ल्यू.बी. यीट्स:
- The Second Coming के माध्यम से भविष्य की अनिश्चितताओं और समाज के संक्रमण पर जोर।
- टेड ह्यूजेस:
- उनकी कविता Hawk Roosting के माध्यम से शक्ति और आत्म-संवेदना पर दृष्टिकोण।
इन प्रस्तुतियों ने छात्रों को न केवल कविताओं की गहराई को समझने का अवसर दिया, बल्कि आधुनिक कविता के व्यापक प्रभावों पर विचार करने का भी मौका दिया।
डॉ. नीरज डाँग का प्रेरक संदेश
अंग्रेजी विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. नीरज डाँग ने सेमिनार में अपने विचार साझा किए।
- उन्होंने आधुनिक कविता के आध्यात्मिक, सामाजिक और राजनीतिक प्रभावों पर प्रकाश डाला।
- उन्होंने कहा:
“आधुनिक कविता केवल एक साहित्यिक माध्यम नहीं है, बल्कि यह हमारी सोच और समाज के प्रति हमारे दृष्टिकोण को बदलने की क्षमता रखती है।”
डॉ. डाँग ने छात्रों को कविता के पाठ के दौरान इसकी संवेदनशीलता और विचारधारा को आत्मसात करने की सलाह दी।
छात्रों की भागीदारी और विचारों की अभिव्यक्ति
इस सेमिनार में छात्रों ने अत्यंत रुचि और उत्साह के साथ भाग लिया।
- विचारों की साझेदारी:
छात्रों ने आधुनिक कविता की उनकी समझ और उसके प्रभावों पर अपने विचार साझा किए। - प्रश्नोत्तर सत्र:
इस सत्र में छात्रों ने प्रस्तुतकर्ताओं और प्राध्यापकों से गहन प्रश्न पूछे, जिनसे आधुनिक कविता के विभिन्न पहलुओं पर रोशनी पड़ी।
छात्रों की इस भागीदारी ने सेमिनार को एक संवादात्मक और समृद्ध अनुभव बना दिया।
सेमिनार का उद्देश्य और निष्कर्ष
मुख्य उद्देश्य:
इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य था:
- छात्रों को आधुनिक अंग्रेजी कविता की विशेषताओं से परिचित कराना।
- प्रमुख कवियों और उनकी कृतियों की गहराई को समझने का अवसर प्रदान करना।
- कविता के साहित्यिक और समाजशास्त्रीय महत्व को उजागर करना।
- सेमिनार ने छात्रों को आधुनिक कविता की विविधता और गहराई को समझने में मदद की।
- उन्होंने यह सीखा कि कविता केवल साहित्यिक सौंदर्य का साधन नहीं है, बल्कि यह सामाजिक चेतना का एक महत्वपूर्ण माध्यम भी है।
छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत
इस सेमिनार ने छात्रों को न केवल शैक्षणिक दृष्टिकोण से लाभान्वित किया, बल्कि उनकी साहित्यिक समझ को भी समृद्ध किया।
- छात्रों ने कविता की संवेदनशीलता को समझा।
- यह सेमिनार भविष्य में छात्रों को साहित्यिक शोध और लेखन के लिए प्रेरित करेगा।
सैय्यद रिजवान अहमद ने अपने समापन भाषण में कहा:
“इस तरह के सेमिनार छात्रों के बौद्धिक विकास में सहायक होते हैं और उन्हें साहित्य की गहराई तक पहुंचने का अवसर देते हैं।”
साहित्य और विचारों का संगम
विनोबा भावे विश्वविद्यालय का यह सेमिनार साहित्य और छात्रों के विचारों का एक आदर्श संगम साबित हुआ। इसने न केवल छात्रों को आधुनिक अंग्रेजी कविता की व्यापकता से परिचित कराया, बल्कि उन्हें अपने विचारों को व्यक्त करने और नए दृष्टिकोण से साहित्य को देखने के लिए भी प्रेरित किया।
क्या आपने कभी कविता को समाज का आईना मानकर पढ़ा है? अपने अनुभव और विचार हमारे साथ साझा करें।
News – Vijay Chaudhary