गुमला जिले के छात्रों के लिए प्री-बोर्ड परीक्षाएं वार्षिक परीक्षा की तैयारी का बेहतरीन अवसर साबित हो रही हैं। जिला शिक्षा विभाग के निर्देशन में यह परीक्षा कक्षा 10 और 12 के विद्यार्थियों के लिए आयोजित की जा रही है।
एस.एस.+2 उच्च विद्यालय, रायडीह के प्राचार्य डॉ. कृष्ण कुमार ने कहा कि यह परीक्षा न केवल छात्रों के समय प्रबंधन और लेखन कौशल को निखार रही है, बल्कि उनकी मानसिक तनाव को कम करने में भी मददगार है।
छात्रों का अनुभव: प्री-बोर्ड कैसे बना सहायक
कक्षा 12वीं की छात्रा मनिका कुमारी ने कहा:
“प्री-बोर्ड परीक्षा ने मुझे बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए बेहतर अवसर दिया है। समय प्रबंधन और प्रश्नपत्र के पैटर्न को समझने में यह परीक्षा बहुत सहायक रही है।”
वहीं, कक्षा 12वीं के छात्र अमीत राम ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि इस परीक्षा ने उनकी कमजोरियों को पहचानने और तैयारी को व्यवस्थित करने में मदद की।
परीक्षा प्रक्रिया और उपस्थिति: उत्साह का संकेत
प्री-बोर्ड परीक्षाओं में उत्साहजनक उपस्थिति देखने को मिली। दूसरे दिन, कक्षा 12वीं की अंग्रेजी कोर और इलेक्टिव विषय की परीक्षा में 5482 में से 4902 विद्यार्थियों ने भाग लिया। यह 89.4% उपस्थिति छात्रों और शिक्षकों की गंभीरता का प्रमाण है।
गुमला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के मार्गदर्शन में शिक्षा विभाग द्वारा यह पहल जिला के परीक्षा परिणामों को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्री-बोर्ड परीक्षा के लाभ
- स्वमूल्यांकन का अवसर: छात्रों को अपनी तैयारी का आकलन करने और कमजोरियों पर काम करने का अवसर मिलता है।
- आत्मविश्वास में वृद्धि: परीक्षा पैटर्न और समय प्रबंधन का अभ्यास करने से छात्र मानसिक रूप से मजबूत हो रहे हैं।
- विशेष रिमेडियल कक्षाएं: उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के बाद कमजोर छात्रों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं आयोजित की जा रही हैं।
- भविष्य की तैयारी: बोर्ड परीक्षा के लिए यह प्री-बोर्ड एक मजबूत आधार प्रदान कर रहा है।
शिक्षकों और अभिभावकों की भूमिका
शिक्षकों और अभिभावकों ने भी छात्रों के उत्साह को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। शिक्षक यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि छात्र परीक्षा के दौरान तनावमुक्त रहें और अपने प्रदर्शन को निखार सकें।
डॉ. कृष्ण कुमार ने कहा कि यह पहल छात्रों के समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने छात्रों से यह भी आग्रह किया कि वे समय प्रबंधन और गहन अध्ययन पर ध्यान दें।
समापन और आगे की योजनाएं
प्री-बोर्ड परीक्षा का आयोजन सामाजिक विज्ञान और अन्य विषयों में भी किया जाएगा। इस प्रक्रिया के माध्यम से, छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन में गुणात्मक सुधार की उम्मीद है।
छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की ओर
प्री-बोर्ड परीक्षाएं न केवल छात्रों को बोर्ड परीक्षा के लिए तैयार कर रही हैं, बल्कि उनमें आत्मविश्वास और परीक्षा कौशल को भी बढ़ा रही हैं। यह पहल गुमला जिले में शिक्षा के गुणवत्ता सुधार की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है।
कॉल टू एक्शन:
छात्रों को अपनी कमजोरियों पर काम करने और रिमेडियल कक्षाओं का पूरा लाभ उठाने के लिए प्रेरित करें।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया