अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) हजारीबाग नगर इकाई ने विश्वविद्यालय में शैक्षणिक समस्याओं को लेकर विवि प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। छात्रों को हो रही समस्याओं को गंभीरता से उठाते हुए संगठन ने प्रशासन से शीघ्र समाधान की मांग की।
रिजल्ट विवाद और छात्रों की परेशानियां
संत कोलंबस कॉलेज और अन्य महाविद्यालयों में UG सेमेस्टर 1 और 3 के साथ-साथ वोकेशनल कोर्स BCA में छात्रों को एक या दो अंकों की कमी के कारण प्रमोट कर दिया गया। इसने छात्रों के भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मार्खम कॉलेज में लैब की कमी ने छात्रों की पढ़ाई को और कठिन बना दिया है। प्रतिनिधि मंडल ने इन समस्याओं को सुधारने के लिए तुरंत कार्रवाई की मांग की।
शिक्षकों की कमी और समाधान की मांग
जिला संयोजक बाबूलाल मेहता ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की भारी कमी के कारण छात्रों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बाबूलाल ने कांट्रैक्चुअल आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की ताकि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।
राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल
नगर मंत्री रूद्र राज ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था को चौपट बताते हुए कहा कि यह पहली बार नहीं है जब छात्रों को अंकों की कमी के कारण फेल कर दिया गया हो। पूरे राज्य में शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने विवि प्रशासन से कॉपी रीचेक कराने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
अभाविप के प्रयास और छात्रों के लिए समर्थन
अभाविप ने यह स्पष्ट किया कि वह छात्रों के साथ है और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। छात्रों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए अभाविप ने विवि प्रशासन से संवेदनशीलता दिखाने और तुरंत प्रभावी कदम उठाने का आह्वान किया।
शिक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता
अभाविप का यह कदम छात्रों के अधिकारों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास है। विवि प्रशासन और राज्य सरकार को मिलकर शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करना चाहिए। छात्रों का भविष्य सुधारने और उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए एक ठोस योजना की आवश्यकता है।
News – Vijay Chaudhary