विनोबा भावे विश्वविद्यालय (विभावि) के समाज विज्ञान संकाय अध्यक्ष एवं कुलसचिव डॉ. सादिक रज्जाक को “बेस्ट इंडियन गोल्डन पर्सनालिटी अवार्ड 2025” से सम्मानित किया गया है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उन्हें एक उत्कृष्ट क्रिमिनोलॉजिस्ट के रूप में दिल्ली स्थित फ्रेंडशिप फोरम द्वारा प्रदान किया गया।
शोध और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान
डॉ. सादिक रज्जाक शिक्षण और शोध के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित विद्वान हैं। उनके निर्देशन में अब तक 15 पीएच.डी. शोधार्थी अपनी उपाधि प्राप्त कर चुके हैं। उन्होंने 42 शोध पत्र, जो देश-विदेश की प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं, तथा चार पुस्तकें लिखी हैं, जो विभिन्न विश्वविद्यालयों में पढ़ाई जाती हैं। इसके अलावा, उन्होंने यूजीसी के एक मेजर और एक माइनर प्रोजेक्ट को भी सफलतापूर्वक पूरा किया है।
डॉ. रज्जाक इंडियन एकेडमी ऑफ अप्लाइड साइकोलॉजी (IAAP) के आजीवन सदस्य और क्षेत्रीय सचिव हैं। इसके साथ ही, वे अमेरिकी मनोवैज्ञानिक संघ (APA) के भी सदस्य हैं, जो उनकी अंतरराष्ट्रीय ख्याति को दर्शाता है।
फ्रेंडशिप फोरम का योगदान और विश्वविद्यालय की बधाई
फ्रेंडशिप फोरम पिछले 25 वर्षों से उन व्यक्तियों को सम्मानित करता आ रहा है, जिन्होंने अपने क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियां हासिल कर समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बने हैं। डॉ. सादिक की इस सफलता पर विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पवन कुमार पोद्दार सहित सभी शिक्षकों एवं सहकर्मियों ने उन्हें बधाई दी है।
सम्मान समारोह में नहीं हो सके शामिल
विश्वविद्यालय की व्यस्तताओं के चलते डॉ. सादिक रज्जाक स्वयं दिल्ली जाकर पुरस्कार ग्रहण नहीं कर सके। इस कारण, फ्रेंडशिप फोरम ने उनकी ट्रॉफी और सम्मान पत्र विश्वविद्यालय भेज दिया, जहां इसे उन्हें सौंपा गया।
डॉ. सादिक की यह उपलब्धि विश्वविद्यालय के लिए गौरव का विषय है और उनकी शैक्षणिक व शोध यात्रा नए अनुसंधानकर्ताओं के लिए प्रेरणा बनी रहेगी।
News – Vijay Chaudhary