रांची : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी घोड़थम्बा की घटना पर प्रतिकिया व्यक्त करते हुए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया। श्री मरांडी ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर लिखा-गिरिडीह के घोरथम्बा में होली के जुलूस पर पथराव और आगजनी बेहद दुखद घटना, हेमंत सोरेन सरकार के तुष्टिकरण की राजनीति और प्रशासनिक तंत्र की विफलता को दर्शाती है। दरअसल, हिंदुओं के पर्व-त्योहारों पर हिंसा करना नया ट्रेंड सा बन गया है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि हर सनातनी पर्व त्योहार में हिंसा-उन्माद की घटनाएं देखकर ऐसा लगने लगा है कि राज्य सरकार खुद हिंदू विरोधी तत्वों को हिंसा के लिए प्रेरित कर रही है? पर्व त्योहारों से पहले की जानेवाली शांति समिति की बैठकें, प्रशासन के फ्लैग मार्च सिर्फ औपचारिकता बन कर रह गई है। इस पर चिंतन करने की जरूरत है। श्री मरांडी ने क्षेत्र के लोगों से संयम बनाये रखने की अपील की है।
सरकार को बदनाम करनेवालों पर हो कार्रवाई : इरशाद अहमद वारिस
इधर, जेएमएम के वरिष्ठ नेता इरशाद अहमद वारिस ने घोडथम्बा विवाद पर अपनी प्रतिकिया व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ शरारती तत्व हेमंत सोरेन सरकार को बदनाम करने के लिए पर्व की आड़ में सद्भावना के माहौल में खलल डालने पर आमादा रहते हैं।
ऐसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की जानी चाहिये। उन्होंने कहा कि हेमन्त 02 की सरकार ऐसे तत्वों से निबटना जानती है। उन्होंने पूरे मामले की जांच की मांग करते हुये कहा कि दोषी बख्शे नहीं जाएं और निर्दोष पर झूठे मुकदमे नही हो, पुलिस प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए।