धनबाद : धनबाद की प्रियंका प्रियदर्शी को पटना में आयोजित मिस एंड मिसेज ग्लोबल बिहार फैशन शो में नारी शक्ति फर्स्ट रनर अप का खिताब मिला। प्रियंका धनबाद रेल मंडल में पदस्थापित सीनियर डीएसटीई गौतम गुप्ता की पत्नी हैं। प्रियंका प्रियदर्शनी ने बताया कि वह केके मैनेजमेंट धनबाद में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर कार्यरत हैं। पटना के मशहूर मिस एंड मिसेज ग्लोबल बिहार फैशन शो के नीतीश चंद्रा एवं स्वाति ने सीजन-8 के तहत सभी प्रतिभागियों को आमंत्रित किया था। इसमें वैसे प्रतिभागी शामिल हुए जो अपने काम के प्रति व्यस्त रहते हैं। महिलाओं को उड़ान भरने के लिए एक अच्छे प्लेटफार्म की जरूरत है। निश्चित तौर पर आज की तारीख में महिलाएं काफी आगे बढ़ चुकी हैं। खासकर इस प्रतियोगिता में इंजीनियर, चिकित्सक और सेना में कार्यरत महिलाएं शामिल हुईं।
सपनों की कोई एक्सपायरी डेट नहीं होती
मिस एंड मिसेज ग्लोबल बिहार फैशन शो में कई राज्यों से लगभग 300 महिलाएं प्रतियोगिता का हिस्सा बनीं। इन्हें 10 दिनों की ट्रेनिंग भी दी गई। इसमें फर्स्ट रनर अप के तौर पर प्रियंका को नारी शक्ति से सम्मानित किया गया और सेकेंड रनर के रूप में वर्षा सम्मानित हुईं। प्रियंका ने बताया कि सपनों की कोई एक्सपायरी डेट नहीं होती है। उम्र के हर पड़ाव पर सपने देखते रहना चाहिए और इसे पूरा करने के लिए प्रयासरत भी रहना चाहिए। उनकी छह साल की एक बेटी भी है। इसके बावजूद भी वह अपनी प्रतिभा को प्लेटफार्म पर लाने के लिए हमेशा से प्रयासरत रही हैं। इसका परिणाम आज सभी के सामने है।
डा. अपराजिता बनीं मिस इंडिया क्वींस आफ हर्ट
इधर, धनबाद की बेटी डा. अपराजिता प्रियदर्शनी मिस इंडिया क्विज आफ हार्ट बनीं। दिल्ली के हयात होटल में आयोजित प्रतियोगिता में डा.अपराजिता को इस खिताब से नवाजा गया। डा. अपराजिता धनबाद के न्यूरोसर्जन डा.एनआर महापात्रा की बेटी हैं। वर्तमान में अपराजिता कोलकाता के अपोलो अस्पताल में इमरजेंसी कंसलटेंट के रूप में कार्य कर रही हैं। अभिनेत्री सोनाली राऊत थीं शो की जजप्रतियोगिता का आयोजन सलोनी अग्रवाल और अंकुर अग्रवाल की ओर से किया गया था। जज के रूप में अभिनेत्री सोनाली राऊत थीं। इस प्रतियोगिता प्रतियोगिता का उद्देश्य वर्किंग वूमेन को उनके दायरे से बाहर निकाल उनकी खूबियों को समाज के समक्ष लाना है। अपराजिता पेशे से चिकित्सक हैं। उन्होंने अपने कीमती समय से कुछ वक्त निकालकर इस तरह की प्रतियोगिताओं के लिए स्वयं को तैयार की और सफल भी हुई।