जामताड़ा : साइबर क्राइम के मामले में झारखण्ड का जामताड़ा जिला देशभर में फ्रॉड के लिए कुख्यात है। जामताड़ा साइबर ठगी के लिए इतना मशहूर है कि इस नाम से नेटफ्लिक्स पर वेबसीरीज आ चुकी है। इस बार जामताड़ा साइबर पुलिस ने करोड़पति साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधी की पहचान असीम अंसारी के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि असीस ने साइबर क्राइम के जरिए करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित की। अपने काले कारनामों को छुपाने और पुलिस को झांसा देने के इरादे से असीम अक्सर दिल्ली-मुंबई जैसे शहरों में दिहाड़ी मजदूरी के रूप में जाता था।
पुलिस के लिए साइबर क्राइम रोकना बड़ी चुनौती
जामताड़ा साइबर पुलिस का कहना है कि असीम अंसारी लोगों के बैंक खातों का दुरुपयोग कर साइबर ठगी किया करता था। असीम पहले भी इन्हीं आरोपों में दिल्ली में गिरफ्तार हो चुका है। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि बाकी है। जामताड़ा पुलिस फिलहाल, दिल्ली पुलिस से इस बाबत संपर्क साधने में लगी है। गौरतलब है कि जामताड़ा के तकरीबन सभी प्रखंडों में युवा, साइबर क्राइम में लिप्त हैं। इसका जाल इतनी गहराई तक फैला है कि पुलिस के लिए इन्हें रोकना बड़ी चुनौती है। देश का शायद ही ऐसा कोई राज्य होगा जहां की पुलिस ने साइबर क्राइम को लेकर जामताड़ा के गांवों में छापा ना मारा हो। जामताड़ा के साइबर अपराधियों ने बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी के खाते से भी पैसे उड़ा लिए थे.
पुलिस घटना की जांच में जुटी
जामताड़ा साइबर थाना प्रभारी अजय पंजीकार ने कहा कि घटना की जांच जारी है। पुलिस का कहना है कि वसीम अंसारी ने कबूल किया है कि वो 1 साल से साइबर क्राइम में लिप्त है। उसने बताया कि वो साइबर अपराधियों द्वारा ठगी की राशि को बैंक खाते में खपाने और निकासी करने का काम करता है। उसने बताया कि उसे कमीशन मिलता था। मिली जानकारी के मुताबिक उसने लगभग 1 करोड़ रुपये की लागत से चेंगायडीह गांव में मकान बनाया है। बहरहाल, वसीम अंसारी के साइबर क्राइम से जुड़े सारे तार का पता करने में पुलिस लगी हुई है.
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