खलारी/डकरा, 22 फरवरी : एनके एरिया में सिविल विभाग के कार्यों को एएमसी (AMC) के अंतर्गत न कराये प्रबंधन। उक्त बातें एनसीओइए, सीटू के केडीएच परियोजना शाखा सचिव उदय कुमार सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही। उन्होंने कहा कि एनके एरिया के सभी परियोजनाओं में सिविल विभाग है और सिविल विभाग का कार्य परियोजनाओं एवं एरिया में कार्यरत मजदूरों के सिविल विभाग के अंतर्गत आने वाले जरूरी कार्यो को करने की है। मजदूर अपने जरूरी सिविल कार्यों हेतु आवेदन परियोजना स्तर पर करते हैं, जिसके आधार पर सिविल विभाग कार्यों को निष्पादित करता है। परन्तु प्रबंधन को अभी आवेदन करने पर बताया जा रहा है कि अब से सभी सिविल कार्य एनुअल मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट( एएमसी ) / वार्षिक रखरखाव अनुबंध के अंतर्गत कराये जाएंगे।
जबकि मजदूर कायाकल्प को अभी भुला नहीं पाए हैं कि किस तरह मजदूरों के आवासों का कार्य किया गया है। अभी तक बहुत से आवासों का कायाकल्प के कार्य बचे हुए हैं, जिसकी जवाबदेही लेने वाला कोई नहीं है। वहीं फिर से सभी सिविल कार्यों को एएमसी के अंतर्गत कराने का निर्णय सोच से परे है। मजदूरों को फिर से परेशान करने के लिए सभी तरह के सिविल कार्यों को एएमसी के अंतर्गत दिया जा रहा है। इस कार्य से छोटे स्तर पर कार्य करने वाले संवेदकों के सामने भी भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। मजदूरों के दैनिक कार्य समय पर नहीं हो पायेगा और परेशानी बढ़ेगी। अगर एएमसी के अंतर्गत सिविल कार्यों को कराया जाता है तो ये कायाकल्प पार्ट 2 होगा। श्री सिंह ने प्रबंधन से माँग किया है कि सभी सिविल कार्यों को एएमसी के अंतर्गत कराने के निर्णय पर विचार कर उचित निर्णय ले ताकि मजदूरों को परेशानी का सामना न करना पड़े।