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Tuesday, September 17, 2024
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पहलवानों ने कहा-बृजभूषण शरण सिंह ने कौन सा बड़ा काम किया जो,उसे फूल-माला पहनाई जा रही है, उससे बड़ा अपराधी तो पूरे हिंदुस्तान में नहीं

पीएम को हमारे मन की बात भी सुननी चाहिए:विनेश फोगाट

नई दिल्ली : पहलवान विनेश फोगाट ने कहा कि प्रधानमंत्री की मन की बात तो करोड़ों लोगों बैठकर सुन रहे हैं। हमारे साथ भी करोड़ों लोग हैं। हमारे समर्थन के लिए भी देश के कोने-कोने से लोग आ रहे हैं। यह हमारी ताकत है। प्रधानमंत्री को भी हमारे मन की बात सुननी, चाहिए ताकि हमें इंसाफ मिल सके। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान धरना दे रहे पहलवानों ने कहा कि WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कौन सा बड़ा काम किया जो से फूल-माला पहनाई जा रही है। इससे बड़ा अपराधी तो पूरे हिंदुस्तान में नहीं है। इधर, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली पुलिस ने सभी 7 महिला शिकायतकर्ताओं को सुरक्षा प्रदान की है। अब ये सातों पहलवान दिल्ली पुलिस के संगीनों के साए में रहेंगी। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने सभी 7 महिला शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज करने के लिए संपर्क किया है और जल्द ही बयान दर्ज किए जा सकते हैं। 

इंसाफ मिलने तक धरना जारी रहेगा: बजरंग पुनिया

बता दें कि WFI के अध्यक्ष ब्रिजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना रविवार को 8वें दिन भी जारी है। इस प्रदर्शन के दौरान पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने लिए इंसाफ की मांग उठाई। विरोध-प्रदर्शन के दौरान बजरंग पुनिया ने कहा जब तक हमें इंसाफ नहीं मिलेगा, हमारी लड़ाई ऐसे ही जारी रहेगी। पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि फेडरेशन इस आंदोलन को दूसरा रूप देना चाहती है। लेकिन हमें न्यायालय पर पूरा भरोसा है। पहलवानों ने स्पष्ट किया कि हम किसी तरह का कोई कब्जा संघ पर नहीं चाह रहे हैं। बस यह एक तरह की नरेटिव सेट करने की कोशिश हो रही है की हम संघ पर अपनी मोनोपोली चाहते हैं। पहलवानों ने कहा कि हम बस इंसाफ चाहते हैं। बृजभूषण शरण सिंह आज भी जिस तरह से मुस्कुराते हुए बोल रहा है, यह ठीक नहीं है। ऐसे इंसान को कहीं भी मंच नहीं देना चाहिए और हम इनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के आदेश का इंतजार कर रहे हैं।

पहलवानों को सुप्रीम कोर्ट से इंसाफ की उम्मीद

ओलंपिक पदक विजेता पहलवान और पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाली समिति के सदस्य योगेश्वर दत्त को अभी भी पहलवानों के धरना-प्रदर्शन और एफआईआर को लेकर सवाल उठा रहे हैं. कहा कि पहलवानों को तीन महीने पहले ऐसा करना चाहिए था। उनके बयान पर पहलवानों ने वैसे तो कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. उधर, पीटी उषा अब खामोश हो गई हैं. पर उन्होंने कोई पहल भी नहीं की है. चूंकि अब ये मामला पूरी तरह से सुप्रीम के पाले में हैं, इसलिए पहलवानों द्वारा सिर्फ ब्रजभूषण सिंह पर निशाना साधा जा रहा है. श्री सिंह पहलवानों के खिलाफ प्रतिक्रिया देने से बाज नहीं आ रहे हैं, पर सबकुछ न्यायपालिका पर छोड़ रहे हैं. वहीं खुद हाकिम बनकर अपने को बार-बार निर्दोष भी बता रहे हैं.      

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