खलारी, 07 जून : हावड़ा- जबलपुर शक्तिपुंज एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 11448 में फुसरो से खलारी स्टेशन के लिए मंगलवार को सफर कर रही कुछ महिलाओं को यात्रा के दौरान असुविधा हुई। उक्त कोच में पुरुष यात्री भारी संख्या में बैठे हुए थे। महिलाओं द्वारा महिला कोच का हवाला देने के बावजूद भी पुरुष डब्बे में ही अपनी जगह पर बैठें रहें। तत्पश्चात पूरे मामले की जानकारी महिलाओं ने खलारी के मानवाधिकार कार्यकर्ता मुन्नू शर्मा को दी। सूचना मिलने के बाद श्री शर्मा ने इसकी जानकारी धनबाद रेल सुरक्षा कंट्रोल को दी। सूचना मिलने के बाद धनबाद रेल सुरक्षा कंट्रोल के निर्देश पर बरकाकाना रेल सुरक्षा बल के सब इंस्पेक्टर शक्तिपुंज के कोच का निरीक्षण करने उस कोच के पास पहुंचे और सभी पुरुषों को उस कोच से नीचे उतार दिया। लेकिन सब इंस्पेक्टर भूपेश कुमार ने कहा कि इस कोच में महिलाओं के लिए आरक्षित डब्बा कहीं नही लिखा गया है। यह रेल प्रशासन के अधीन है इसकी जानकारी रेल प्रबंधन ही दे सकेंगे। चुकी सूचना महिलाओं के सुरक्षा से जुड़ी हुई थी। और इसकी अवहेलना अपराध हैं, इसलिए कोच से सभी पुरुषों को नीचे उतार दिया गया। वहीं कोविड़-19 के समय से कोच को D1 व D2 नाम से चलाया जा रहा है। बताते चलें कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए बड़ी बड़ी बातें की जाती हैं लेकिन रेलवे द्वारा इस ट्रेन में महिला आरक्षित डिब्बे पर नाम अंकित नही किया जाना जिम्मेदार अधिकारियों के लापरवाही या अनदेखी कही जा सकती है। प्रायः रेल इंजन से सटा कोच बनावट के हिसाब से महिलाओं के लिए होता है। यात्री इस बात को भली भांति जानते भी है, फिर भी यह भूल या लापरवाही महिला सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। इस पूरे मामले को लेकर मुन्नू शर्मा के द्वारा जानकारी दिए जाने के बाद मंडल रेल प्रबंधक धनबाद के द्वारा जबलपुर मंडल रेल प्रबंधक को देखने को कहा गया है। वही उस कोच में सफर कर रही खलारी की महिलाएं तथा अन्य महिला सहयात्रियों ने तत्काल सहयोग के लिए श्री शर्मा का आभार व्यक्त किया है। मालूम हो कि मुन्नु शर्मा के द्वारा रेलवे में यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा होने पर यात्रियों को हमेशा सहायता पहुंचाई जाती है।