अपने-अपने परिवार की सल्तनत बचाने के लिए बडे घरानों के बेटे-बेटियां बेंगलुरु में शिरकत कर रहे
बेंगलुरु में जारी विपक्षी दलों की बैठक को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी लगातार हमलावर हैं. सोशल मीडिया के जरिये लगातार इस बैठक पर कटाक्ष कर रहे हैं. विपक्षी बैठक को परिवार बचाओ मोर्चा की बैठक बताया है. साथ ही कहा है कि विपक्षी दलों के बीच ही आपसी संघर्ष है. आपसी सिरफूटौव्वल है. इसके बाद भी सब जहर का घूंट पीकर अपने अस्तित्व को बचाने को गोलबंद होने का प्रयास कर रहे हैं. बाबूलाल के अनुसार यूपी में अखिलेश यादव कांग्रेस से लड़ रहे हैं. केजरीवाल दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस से लड़ रहे हैं. बिहार में कांग्रेस को खत्म करने की कोशिश में नीतीश-लालू लगे हैं. झारखंड में कांग्रेस पिछलग्गू बनकर रह गई. कांग्रेस के मंत्री कहते हैं कि मुख्यमंत्री कांग्रेस को खत्म करना चाहते हैं. बंगाल में ममता बनर्जी कांग्रेस को कोस रही हैं.
परिवार का सल्तनत बचाने का जतन
बाबूलाल मरांडी के अनुसार अपने-अपने परिवार की सल्तनत बचाने के लिए बडे घरानों के बेटे-बेटियां बेंगलुरु में शिरकत कर रहे. ये सारे के सारे खानदानी जनता द्वारा नकारे जा चुके हैं. राजनीति में दो निगेटिव मिलकर कभी पॉजिटिव नहीं बन सकते. बाबूलाल ने एग्जाम्पल देते कहा है कि गांधी परिवार में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जैसे परिवारवादी लोग हैं. इसी तरह मुलायम परिवार- अखिलेश यादव, लालू परिवार- तेजस्वी यादव, करुणानीधि परिवार- एम. के. स्टालिन, अजीत सिंह परिवार- जयंत चौधरी, सोरेन परिवार- हेमंत सोरेन, ठाकरे परिवार- उद्धव और आदित्य ठाकरे, पवार खानदान- शरद पवार, सुप्रिया सुले, अब्दुल्ला खानदान- फारुख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवार- महबूबा मुफ्ती जैसे मामले हैं.