खलारी। रैयत विस्थापित मोर्चा का एनके प्रबंधन के साथ सकारात्मक वार्ता के बाद 31 जुलाई को घोषित बन्दी को स्थगित कर दिया गया है। मोर्चा के मांगों को लेकर पूर्व से घोषित बंदी को लेकर एनके प्रबंधन ने रविवार को मोर्चा के साथ वार्ता की। डकरा महाप्रबंधक कार्यालय में आयोजित बैठक में महाप्रबंधक संजय कुमार ने मोर्चा के पदाधिकारियों से कहा कि सीआईएसएफ एवं पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में रोड सेल चालू किया जाएगा और अगर कोई बन्द करने का प्रयास करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रबंधन तैयार है। महाप्रबंधक ने खदान विस्तारीकरण में मोर्चा एवं प्रतिनिधियों से सहयोग करने की अपील की।उन्होंने मोर्चा से बन्दी स्थगित करने का आग्रह किया और कहा कि प्रबंधन हमेशा रैयत विस्थापित के समाधान के लिए हमेशा तैयार रहता है इसलिए मोर्चा बन्दी को वापस ले। वहीं मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन रैयत विस्थापित के प्रति पूरी ईमानदारी से उनके हर समस्या का समाधान करने के लिए तैयार रहे तो मोर्चा भी प्रबंधन के साथ खड़ा है। कोयला खनन के लिए जिन रैयत विस्थापित ने अपना जमीन दिया है उसके रोजगार के लिए भी प्रबंधन को तैयार रहना होगा। कहा की रैयत विस्थापित के बगैर कोयला खदान का परिचालन और विस्तारीकरण नही हो पायेगा। कोई गैर रैयत बेवजह खदान या कांटा बन्द कराने का काम करता है तो प्रबंधन को पूरी सख्ती से निपटना होगा। यदि कोई यहाँ के रैयत नही है और कंपनी को नुकसान पहुंचा रहे है तो प्रबंधन को इस पर कड़ा कारवाई करना चाहिए।मोर्चा ने चेताते हुए कहा कि मोर्चा भी चाहता है कि शांतिपूर्ण तरीके से कोयला खदान चले लेकिन कोई रैयत विस्थापितों के रोजगार को छिनने की कोशिश करेगा तो मोर्चा बर्दाश्त नहीं करेगा और एक भी कोयला खदान प्रबंधन को चलाना मुश्किल हो जाएगा। क्योंकि सभी खदान विस्तारीकरण में रैयतों की वजह से जमीन मिलेगा और खदान आगे बढ़ेगा। बैठक में केडीएच पीओ अनिल कुमार सिंह, एसओपी ज्योति कुमार, साइडिंग मैनेजर राजीव रंजन एवं मोर्चा के एरिया अध्यक्ष बिगन सिंह भोगता, केंद्रीय सदस्य रंथू उरांव, प्रखंड प्रमुख सोनी तिग्गा, टंडवा दक्षिणी जिला परिषद सदस्य नेहा उरांव,मुखिया शांति देवी, दीपमाला कुमारी, संतोष महली,सचिव जगरनाथ महतो,कार्यकारी अध्यक्ष जालिम सिंह,नरेश गंझू,विनय ख़लखो,रामलखन गंझू,अमृत भोगता,प्रभाकर गंझू,दामोदर गंझू,इंदिरा देवी,अनिता गंझू, सुनीता देवी,सहदेव महली,सलामत असारी,शिवनाथ भोगता, दशरथ तुरी,किसुन गंझू, चंद्रदीप गंझू, धर्मराज गंझू,संजय गंझू,शिवनारायण लोहरा,विनय उरांव,रामधारी गंझू, राजेन्द्र उरांव,लूरका गंझू, सुनील यादव,कुलदीप प्रसाद,बालजीत गंझू,रवि उरांव,मिलु गंझू सहित कई लोग मौजूद थे।