रांची : झारखंड में करप्ट सिस्टम को संरक्षण देनेवाले राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन तक आखिर सेना की भूमि की खरीद-बिक्री की जांच की आंच पहुंच ही गयी। झारखंड़ भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सदस्य दीपक प्रकाश ने मंगलवार को हेमन्त सोरेन को सेना की भूमि की जांच मामले में ईडी द्वारा कांड संख्या 25/23 मामले में समन जारी कर 14 अगस्त को बुलाये जाने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि झारखंड़ की तबाही की कहानी खुद मुख्यमंत्री ने भ्रष्ट अधिकारियों एवं बिचौलियों के साथ मिलकर लिखी थी। उन्होंने कहा कि सबसे पहले हमने ही सेना के जमीन की अवैध खरीद-बिक्री में हुई मनी लांड्रिंग का मामला उजगार किया था। इस केस की जांच इडी से करवाने का अनुरोध किया था। आज उसी का परिणाम है कि अवैध खनन मामले के बाद झारखंड के सीएम हेमन्त बाबू को अब सेना की जमीन समेत अन्य जमीनों में हुई मनी लांड्रिंग मामले में दुबारा इडी ने समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है. इससे पहले ईडी अवैध खनन ममाले में भी सीएम हेमंत सोरेन से पिछले साल 18 नवंबर 2022 को लगभग 10 घंटे तक पूछताछ कर चुकी है।
ईडी का दावा… हेमंत सोरेन और उनके परिवार के शामिल होने के सबूत मिले
उन्होंने कहा कि इस मामले में कई बड़े सफेदपोश जो मुख्यमंत्री के सहयोगी के रुप में शामिल हैं। भाजपा सड़क से लेकर सदन तक चिल्ला-चिल्ला कर राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाती रही थी। लेकिन सरकार ने कभी कोई कार्रवाई नही की। अब सब सच सामने आने लगा है। देश में भ्रष्टाचार में संलिप्त कोई व्यक्ति नहीं बचेगा। सबको जेल जाना ही पड़ेगा। बता दें कि ईडी ने जिस मामले में सीएम हेमंत सोरेन को समन किया है. उस मामले में अबतक एक दर्जन से ज्यादा की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. पिछले कई महीनों से सेना की जमीन सहित अन्य जमीनों की अवैध खरीद-बिक्री में मनीलांड्रिंग की जांच कर रही ईडी को हैरान करनेवाले तथ्य मिले हैं. ईडी को इस बात के सबूत मिले हैं कि इसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनका परिवार भी शामिल है. अबतक जमीन घोटाले में निलंबित आईएएस छवि रंजन, न्यूक्लियस मॉल के मालिक विष्णु अग्रवाल, कारोबारी अमित अग्रवाल सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.