लोबिन ने सरकार को घेरा…CNT व SPT Act में संशोधन कर कानूनों को कमजोर करने में खुद सरकार ही लगी हुई है…थाने की बाध्यता को समाप्त करने की साजिश रची जा रही है…!
रांची : पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार झारखंड बचाओ मोर्चा के तत्वावधान में आठ सूत्री मांगों के समर्थन में बुधवार को राज्यपाल भवन के निकट विशाल महाधरना विधायक सह झारखंड बचाओ मोर्चा के केंद्रीय मुख्य संयोजक लोबिन हेम्ब्रम के नेतृत्व में संपन्न हुआ। इस अवसर पर लोबिन हेम्ब्रम ने सीएम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज झारखंड जल रहा है और मुख्यमन्त्री हेमन्त सोरेन बांसुरी बजा रहे हैं. आज आदिवासी-मूलवासी समाज अपने ही राज्य में उपेक्षित होते जा रहे हैं। आज झारखंडी समाज राज्य की बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं. जल, जंगल और जमीन की लूट जारी है। cnt एवं spt act में संशोधन कर इन कानूनों को कमजोर करने में खुद सरकार ही लगी हुई है.
‘हम जल्द राज्यपाल और राष्ट्रपति से भी मिलेंगे’
श्री हेम्ब्रम ने कहा कि थाने की बाध्यता को समाप्त करने की साजिश रची जा रही है, जिसे झारखंड बचाओ मोर्चा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। कहा कि राज्यपाल से समय मांगा गया है, जल्द ही मोर्चा के नेतागण उनसे भेंट कर एक ज्ञापन सौंपा जाएगा. अगर उसके बाद भी हमारी आठ सूत्री मांगों पर विचार नहीं किया जाएगा तो, हम राष्ट्रपति का भी दरवाजा खटखटाएंगे। इसके बाद राज्य के सभी जिलों में झारखंड बचाओ मोर्चा के बैनर तले झारखंडी समाज के बीच जाकर उन सबों के बीच जन-जागरण अभियान चलाया जाएगा. इस अवसर पर पूर्व विधायक बहादुर उरांव ने कहा कि झारखंड को बचाना अब अति अवश्यक हो गया है. य़ह काम झारखंड बचाओ मोर्चा ही कर सकता है. आदिवासी-मूलवासी के केंद्रीय अध्यक्ष राजू महतो ने कहा कि समय की मांग है कि अब इस बेईमान हेमन्त सरकार को उखाड फेंक कर माटी की सरकार बनानी होगी.
हेमंत सरकार ने आदिवासी-मूलवासी समाज का सपना तोड़ा : वीएस नायक
झारखंड बचाओ मोर्चा के केंद्रीय संयोजक विजय शंकर नायक ने कहा कि जिन सपनों को पूरा करने के लिए हेमन्त सरकार को सत्ता सौंपी गई थी, अब वह सपना टूट चुका है और सरकार झारखंडी समाज के साथ धोखा करने का कार्य कर रही है. इसलिए इस बार कोई पार्टी नहीं, झारखंडी जनता माटी की सरकार बनाए जो, उनके देखे गये सपनों को पूरा कर सके. पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा ने कहा कि आइये हम सब मिलकर लोबिन दा के हाथों को मजबूत करें और झारखंड को बचाएं. एल.एम,उरांव ने कहा कि यह सरकार झारखंडी समाज के हक और अधिकारों पर डाका डाल रही है. सुशांतो मुखर्जी, नरेश मुर्मू, अजीत उरांव, विश्वजीत शाहदेव, सोमेश्वर उरांव, इकबाल हुसैन, राजेश महतो, प्रफुल किडो, मथियस कुल्लू, शिबू होरो, इसीदोर केरकेट्टा, कुलवंत, पी केरकेट्टा, इगनियुश मिंज, सुरेश भगत, सुनीत भगत, सुरेश सोय, बिरंगी तिग्गा, एल.के सोनी, आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। महाधरना में सुशील बारला, गणेश दास, सर्जन हांसदा, मुकुल नायक, बाबू लाल महतो, करमु मुण्डा, कुशल मुण्डा, कितु हेम्ब्रम, विक्टर कुमार मलतो एवं राज्य कई जिलों से हजारो की संख्या में झारखंड बचाओ मोर्चा के नेता एवं कार्यकर्त्ता तथा विभिन्न संघठन के नेता लोग उपस्थित थे.