खलारी। बिहार कोलियरी कामगार यूनियन (सीटू) के बैनर तले जामुनदोहर में लगातार 16वां दिन से जारी धरना पर रैयत बैठे हुए है। जामुनदोहर में सभी खतियानी रैयत और यूनियन के पदाधिकारी, विस्थापन, नौकरी और मुआवजा को लेकर धरना दे रहे हैं। धरना पर बैठे खतियानी रैयतों ने कहा की जब तक हमलोंगों का हक अधिकार मिल नहीं जाता तब तक धरना जारी रहेगा। विश्रामपुर के रैयत सह बीकेसीयू के जोनल सचिव रतिया गंझू ने अनिश्चितकालीन धरना को लेकर कहा कि विश्रामपुर और तुमांग के रैयतों की जमीन को 1980 में हीं अधिग्रहण कर लिया गया था। लेकिन अभी तक यहां के रैयतों को नौकरी और मुआवजे को लेकर सिर्फ ठगा जा रहा हैं। साथ ही जामुन दोहर के रैयत करमा तुरी ने बताया कि धंसते हुए घरों तथा घरों में दरार को देखने के लिए कई बार सीसीएल के अधिकारी आए लेकिन झुठा अश्वासन देकर हमें ठगने का काम किया है। रैयत राजू भुईयां ने कहा कि सीसीएल पांच वर्षों से सिर्फ घर, नौकरी व मुआवजा देने की बात कहती है आई है लेकिन हम रैयत हम अपने टूटे हुए घरों में रहने को बेबस है। घरना पर बैठी रैयत शकुंती देवी ने बताया कि यहां बाहरी लोग लाभ ले रहे हैं लेकिन हम रैयतों को सिर्फ आश्वासन मिल रहा है। सीसीएल प्रबंधन के उदासीन रवैया के कारण हम लोग मौत के साये में रहने को विवश है। धरना में रतिया गंझू, देवराज गंझू, जगन गंझू, विमल कुमार वर्मा, कर्मा तूरी, शिवपूजन गंझू, राजू भूईया, संतोष कुमार गंझू, रोशन गंझू, गुड़िया देवी, अनिल महतो दीपक महतो, मो सरफुद्दीन, दिनेश गंझू, शकुंती देवी, रामानी देवी, विमला देवी, नूतन देवी, अनिता देवी, मनिषा देवी, संतोषी मेहता, रीना देवी, कुंती देवी सहित अन्य रैयत और ग्रामीण शामिल है।