खलारी। ब्रह्माकुमारी गीता पाठशाला की नियमित प्रीति बहन ने क्षेत्र के नगरवासियों को विजयादशमी की बधाई देते हुए विजयादशमी आध्यात्मिक रहस्य बताया । उन्होंने कहा की मनुष्य के अंदर की बुराइयां ही रावण है, उसे खत्म करना बेहद जरूरी है । उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि हम सबको अपने अंदर के विषय विकार और व्यसन रूपी रावण को हमेशा के लिए दहन करना होगा। यह पर्व असत्य पर सत्य की, अधर्म पर धर्म की एवं बुराई पर अच्छाई की विजय का पर्व है। इसलिए हम सभी को मिलकर इस संसार में व्याप्त बुराई रूपी रावण को मिटा कर संसार को सुखमय संसार बनाने में योगदान देना होगा । रावण के पुतले का दहन करने से बुराइयों का अंत नहीं होगा बल्कि मानव आत्माओं के मन में व्याप्त व्यसन एवं बुराइयों को देवी मां के सामने शक्ति प्राप्त करके सदा के लिए दहन करना होगा तभी यह संसार सही मायने में स्वर्णिम्प संसार बन पायेगा।