शब-ए-बरात के दूसरे दिन जामा मस्जिद गुमला में अंजुमन इस्लामिया के द्वारा सैकड़ो लोगों को इफ्तार कराया गया
गुमला – “या अल्लाह हमारे गुनाहों को माफ कर दे और मुझे सच्चा पक्का दीन ए मोहम्मद पर चलने वाला बना दे, मेरी तौबा कुबूल फरमा! मेरी इबादतों को अपनी रहमत में जगह दे”। शब-ए-बरात की रात कुछ इस तरह की दुआओं के साथ मुस्लिम धर्मावलंबियों ने गुमला शहर के विभिन्न मस्जिदों में और अपने-अपने घरों में इबादत की। शहर की सभी मस्जिदों में इबादत करने वालों का तांता लगा रहा।
शहर की जामा मस्जिद, गौसिया मोती मस्जिद, मस्जिद रजा ए हबीब, मस्जिद गौसुल वरा, मस्जिद फैजाने रजा, कादरिया मस्जिद आदि को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। साथ ही रात भर जागने के लिए रोशनी की पूरी व्यवस्था अंजुमन इस्लामिया गुमला और उससे संबंधित विभिन्न संगठन कब्रिस्तान कमेटी द्वारा की गई थी।
कई सड़कों को भी आकर्षक ढंग से सजा कर रौशनी का पूरा इंतजाम किया गया था। मस्जिदों में रात भर नमाजियों का आना-जाना लगा रहा। लोगों ने कब्रिस्तान जाकर अपने स्वर्गवासी संबंधियों के मगफिरत की दुआएं की। साथ ही अपने लिए लंबी उम्र, अच्छी सेहत और अच्छे रिज्क की दुआएं मांगी। देश में अमन और शांति राज्य की तरक्की और जिले की खुशहाली के लिए भी विशेष दुआएं की गई।
इबादतगुजार मुस्लिमों ने रोजे भी रखे। मौके पर अंजुमन के सदर मुशाहिद आजमी सेक्रेटरी मकसूद आलम ने कहा कि शब-ए-बरात की रात फजीलत और लोगों ने बड़ी ही अकीदत के साथ इस त्यौहार को मनाया है। अल्लाह की इबादत सबसे बड़ी इबादत होती है ऐसी रात साल में एक बार आती है ।
News – गनपत लाल चौरसिया