झुमरीतिलैया – परम पूज्य गणाचार्य श्री 108 विरागसागर जी महाराज के परम शिष्या जैन संत गणीय आर्यक रत्न 105 विभा श्री माता जी सम्मेदशिखर जी मे विराजमान है। जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है। जहाँ प्रतिदिन भक्तों का रेला आ रहा है और मंगल आशीर्वाद लेकर अपने आपको धन्य मान रहे है।
इसी कड़ी में परम पूज्य आर्यक 105 विभा श्री माता जी के मंगल आशीर्वाद से आगामी 8 मार्च को तीर्थराज सम्मेदशिखर जी दीक्षा होंगी। माता के आशीर्वाद और अनुमति मिलने के बाद दीक्षार्थी कीर्ति दीदी सभी जैन संतों के चरणों में जाकर दर्शन कर रहे हैं एवं उनका समाज की ओर से गोद भराई और बिंदोरी का कार्यक्रम हो रहा है। इसी क्रम में धर्म नगरी कोडरमा के जैन भवन से गाजे बाजे के साथ नगर भ्रमण कर जैन बड़ा मंदिर पहुँचे जहाँ सर्व प्रथम श्री जी का दर्शन करने के पश्चात प्रतिदिन की भांति णमोकार चालीसा का पाठ के साथ मंगलाचरण सुबोध गंगवाल ने किया। साथ ही साथ मे आये माता जी की ग्रहस्थ अवस्था की माँ राधा देवी और स्वतंत भैया का स्वागत और सम्मान समाज के लोगो ने किया।
News – Praveen Kumar.