मिर्गी बीमारी के रोकथाम हेतु उपयुक्त गुमला के निर्देश पर प्रोजेक्ट आशा सदर अस्पताल में शुरू किया गया। सदर अस्पताल गुमला में पदस्थापित मिर्गी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सारिब अहमद ने बताया कि गुमला सदर अस्पताल में इस बीमारी हेतु प्रोजेक्ट आशा कार्यक्रम शुरू किया गया है। जिसके तहत पूरे गुमला जिला सहित बॉर्डर क्षेत्र छत्तीसगढ़ , उड़ीसा से इलाज के लिए मिर्गी रोगी आकर अपना इलाज सुचारू रूप से करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल गुमला में मिर्गी से संबंधित पीड़ित ग्रामीणों को सुलभ तरीके से मिर्गी से ग्रसित रोगियों को अच्छा इलाज मिल सके इसके लिए सिविल सर्जन गुमला द्वारा समुचित व्यवस्था की गई है।
उन्होंने अपील करते हुए कहा कि बहुत से वैसे रोगी है जो अपने बीमारी के संबंध में नहीं जानते हैं कि उन्हें कौन सी बीमारी है। फलस्वरूप जानकारी के अभाव में ग्रामीण डॉक्टर से परामर्श ना लेकर झाड़-फूंक ओझा गुनी और नीम हकीम के चक्कर में पड़ जाते हैं। समय और पैसा दोनों गंवाते रहते हैं फिर भी उन्हें यह पता नही चलता है कि वह किस रोग के रोगी हैं (मरीज है )। झोलाछाप डॉक्टरों ने चक्कर में फंसे रहते हैं। इसी तरह मिर्गी रोगियों को भी पता नहीं चलता है कि उन्हें मिर्गी रोग है। मिर्गी रोगियों को काफी लंबे समय तक दवा खाना पड़ता है, उन्होंने कहा कि हर दिन 15 – 20 रोगी अभी पहुंच रहे हैं।
न्यूज़ – गनपत लाल चौरसिया