खलारी। वित्तिय वर्ष के अंतिम माह में उत्पादन लक्ष्य प्राप्त करने की होड़ में अधिकारी अपनी सारी ऊर्जा और शक्ति झोंके हुए हैं और इस होड़ में सभी मानकों को ताक पर रखकर उत्पादन लक्ष्य प्राप्ति पर ध्यान केंद्रित किये हुए हैं। इसी होड़ में डकरा खदान में मानकों से अधिक क्षमता वाले ब्लास्टिंग का उपयोग लगातार जारी है जिसका खामियाजा शिवपुरी, केडी कॉलोनी, एसीसी कॉलोनी, पत्रकार कॉलोनी, चानक धौड़ा, चदरा धौड़ा, नया धौड़ा एवं केडी मुख्य बाजार आदि जगहों के ग्रामीण भुगत रहे हैं। ये आरोप उक्त रिहायशी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों ने सीसीएल प्रबंधन पर लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि ब्लास्टिंग की तीव्रता इतनी होती है कि अच्छा खासा मकान ढह जाए। ब्लास्टिंग से उत्पन्न कम्पन्न से लगता है जैसे क्षेत्र में भूकंप आ गया हो। ब्लास्टिंग का कम्पन्न खलारी शहिद चौक तक महसूस किया जा रहा है।
वहीं अधिक तीव्रता वाले ब्लास्टिंग से ग्रामीण किसी अनहोनी को लेकर भयभीत भी हैं और आशंकित भी। ब्लास्टिंग की तीव्रता इतनी है कि यहाँ के पक्के मकानों में बड़ी बड़ी दरारें उत्पन्न होने लगीं हैं। यही नहीं कई घरों के छत का प्लास्टर टूट कर गिरना शुरू हो गया है। ब्लास्टिंग के करण क्षतिग्रस्त होते मकानों से बड़ी घटना घटने की आशंका व्यक्त की जा रही है। इधर तेज ब्लास्टिंग के कारण प्रबंधन के खिलाफ ग्रामीणों में रोष उत्पन्न हो रहा है जहाँ ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अधिक तीव्रता वाले ब्लास्टिंग को नियंत्रित कर ब्लास्टिंग नहीं कि जाति है तो मजबूरन इसके विरुद्ध आंदोलन किया जाएगा। और जरूरत पड़ने पर कोयला ढुलाई का कार्य तथा खदान का कार्य भी बाधित किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से सीसीएल प्रबंधन की होगी। हालांकि पूर्व में डकरा के खान प्रबधक एल एन राणा ने नियंत्रित ब्लास्टिंग की बात कही थी। बावजूद इसके अधिक तीव्रता वाले ब्लास्टिंग लगातार जारी है।
●क्या कहते हैं अधिकारी
पूर्व में इस विषय पर डकरा के खान प्रबधक एल एन राणा से बात करने पर उन्होंने बताया था कि ऐसा नहीं है कि नियम के विरुद्ध ब्लास्टिंग की जा रही है। ब्लास्टिंग में सारे मानकों का ध्यान रखा जाता है। किन्हीं कारणों से कम्पन्न अधिक महसूस हो रही होगी जिसका अब से इस पर विशेष ध्यान रखा जाएगा।
News – Kumar Prakash