रांची/जामताड़ा : दुमका लोकसभा क्षेत्र हॉट सीट बन गई है. इस बार यहां साधारण नहीं, बल्कि दिलचस्प चुनाव का नजारा देखने को मिलेगा. सीता सोरेन को लेकर दुमका के विधायक और राज्य सरकार के मंत्री बसंत सोरेन अपनी भाभी पर जबर्दस्त प्रहार किया है. शिबू सोरेन के छोटे पुत्र बसंत सोरेन ने दो टूक कहा है कि सीता सोरेन घर पर उनकी भाभी हैं, न कि चुनावी मैदान में. परिवार ने उन्हें 15 साल विधायक बनाकर सम्मान दिया है. रविवार को वे जामताड़ा पहुंचने के बाद दुमका लोकसभा सीट को लेकर रणनीति बनायी. दुमका लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन के बारे में पार्टी और परिवार में सम्मान नहीं मिलने के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि पार्टी और परिवार ने 15 साल विधायक बनाकर सीता सोरेन को सम्मान दिया है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने तीन बार उन्हें विधायक बनाया और सम्मान देने का काम किया.
विधायक रहते हुए सीता सोरेन ने कभी सीबीआई जांच की मांग क्यों नहीं की…?
बसंत सोरेन ने दुर्गा सोरेन की मौत की सीबीआई जांच कराने की मांग पर करारा जवाब देते हुए कहा कि सीता सोरेन तीन बार पार्टी की विधायक रहने पर कभी सदन या सदन के बाहर उन्होंने सीबीआई जांच की मांग नहीं की. अब जबकि वह दूसरे दल में शामिल हो गई हैं तो वह सीबीआई जांच की मांग कर रही हैं. इसके पीछे कौन लोग शामिल हैं और उनकी मंशा क्या है, यह आसानी से समझा जा सकता है. बसंत सोरेन ने गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के बयान पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका निजी बयान है. बता दें कि निशिकांत दुबे ने झामुमो को लेकर कहा था कि दुमका में बयान दिया था कि बसंत सोरेन बहुत जल्द झामुमो छोड़ देंगे और झामुमो कई टुकड़ों में बंट जाएगा. उनके इस सियासी बयान से झामुमो का प्रतिकार होना स्वाभाविक है. बताया जाता है कि श्री दुबे पिछले ढाई-तीन साल ने झामुमो में फूट डालने के मिशन पर लगे हुए थे. भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन ने बसंत सोरेन के सवालों का अभी तक जवाब नहीं दिया है.