गिरिडीह (कमलनयन) : प्रकृति उपासना का पर्व सरहुल, शक्ति आराधना का पर्व चैत्र नवरात्र और माहे रमज़ान के अंतिम सप्ताह में मंगलवार को झारखण्ड मुक्ति मोर्चा आलाकमान की शीर्ष नेत्री गाण्डेय विस उप चुनाव में इंडिया गठबंधन की घोषित प्रत्याशी श्रीमती कल्पना सोरेन ने गिरिडीह में कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में भाग लिया. जिला मुख्यालय स्थित उत्सव उपवन रिसोर्ट सभागार में आयोजित कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, जिला अध्यक्ष संजय सिंह, उपाध्यक्ष सुमन कुमार सिन्हा, महालाल सोरेन, शहनवाज अंसारी, प्रमिला मेहरा समेत पार्टी के वरीय नेता एवं तीन प्रखण्डों को मिलाकर गठित 66 पंचायतों वाला गाण्डेय विस क्षेत्र के इंडिया गठबंधन के कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
गांडेय में चुनाव के मद्देनजर वोटरों के मन-मिज़ाज को टटोला गया
कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद के दौरान श्रीमती सोरेन ने गाण्डेय विस उप चुनाव में भारी मतों के अंतर से जीत सुनिश्चित करने को लेकर अपने विचार व्यक्त किए। घंटों चले संवाद कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं की भावनाओं एवं उनके विचारों को सुना गया। क्षेत्र की कई समस्याओं को लेकर भी चर्चा हुई। वोटरों के मन-मिज़ाज के फीडबैक लिया गया। दरअसल, आगामी 20 मई को कोडरमा लोस सीट के साथ ही गाण्डेय विस सीट पर उप चुनाव होना है। गौरतलब है कि इसी वर्ष जनवरी में जेएमएम विधायक डा. सरफराज अहमद के इस्तीफे से उक्त सीट रिक्त हुई है। वर्तमान में डा. अहमद अब राज्यसभा के सांसद हैं। भाजपा ने दिलीप वर्मा को गाण्डेय उप चुनाव का प्रत्याशी बनाया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए सबसे सुरक्षित सीट के रूप चर्चित गाण्डेय सीट पर 1977 के बाद से अब तक हुए चुनावों में 5 बार जेएमएम, तीन दफे भाजपा और दो बार कांग्रेस की जीत हुई है। माना जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जेल में रहते हुए चुनाव लड़ रही उनकी पत्नी कल्पना सोरेन के चुनाव लड़ने से यह चुनावी हॉट सीट बन गई है।
कल्पना ने 21 अप्रैल को रांची में उलगुलान न्याय महारैली में भाग लेने की अपील की
संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कल्पना सोरेन ने आगामी 21 अप्रैल को इंडिया द्वारा आहुत रांची में उलगुलान न्याय महारैली में भाग लेने की अपील करते हुए कहा कि मेरे पति हेमंत सोरेन को भाजपा ने षड्यंत्र के तहत जेल में भेजा गया है. हेमंत जी को तो जेल भेज दिया। इसके खिलाफ राज्य की जनता में भारी आक्रोश है, लेकिन कार्यकर्ताओं और आम समर्थकों का उत्साह देखकर लगता है कि विरोधी चाहकर भी मनोबल नहीं तोड़ पाए हैं। उन्होंने आह्रवान किया कि राज्य की जनता हमारे साथ हम मजबूती से खड़ी हैं और आनेवाले समय में इस मनोबल और उत्साह को बनाए रखते हुए एकजूट होकर चुनाव में मत के रूप आशीर्वाद में बदलकर विपक्ष को दिखाने की है कि झारखंडी कभी नहीं झुकता है। उन्होंने कमजोर बूथों को मजबूत करने करने एवं घर-घर जाकर विरोधियों की साजिश के बारे में लोगों को बताना है कि भाजपा ने हेमंत जी को जेल भेजकर सिर्फ गलती नहीं की है, बल्कि 2019 में मिले जनादेश का अपमान करने का काम किया है। संवाद कार्यक्रम को राज्यसभा सांसद डा. सरफराज अहमद, विधायक सुदिव्य कुमार समेत कई अन्य ने भी संबोधित किया।