प्रेरणा शाखा ने बेजुबान पशु पक्षियों की रक्षा का लिया संकल्प, रेडियम बेल्ट, सीकोरे व टब का जगह-जगह लगाने की की शुरुआत
जीव मित्रता दिवस के उपलक्ष में कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए जिला प्रशासक हर्षवर्धन वह प्रेरणा शाखा कि सदस्य
झुमरी तिलैया:- किसी की मुस्कुराहट पर हो निसार– किसी का दर्द मिले सके तो ले उधार–के पंक्ति को सार्थक करने के लिए मारवाड़ी युवा मंच की इकाई प्रेरणा शाखा ने सड़क सुरक्षा के तहत मवेशियों के कारण दुर्घटना ना हो इसके लिए रेडियम बेल्ट लगाने का अभियान की शुरुआत मंगलवार से की, साथ ही जीव मित्रता दिवस को लेकर पशु पक्षियों और मवेशी के लिए शहर के सड़कों के किनारे पानी के टब एवं छातों के ऊपर मिट्टी के सिकोरे लगाने की शुरुआत की गई साथ ही दो दर्जन घरों में सिकोरे लगाए गए और यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। इधर अभियान की शुरुआत को लेकर झुमरी तिलैया नगर परिषद् में एक सादे समारोह का आयोजन किया। इसमें प्रेरणा शाखा के साथ-साथ झुमरी तिलैया नगर परिषद् के अधिकारी और कर्मी के अलावा स्थानीय लोगों भी शामिल हुए। मौके पर नगर प्रशासक हर्षवर्धन ने कहा कि समाज बने पशुओं का पालनहार इन्हें भी चाहिए दुलार। पशु इंसान से क्या अपेक्षा करता है इस मानसिकता को भी समझना होगा। प्रेरणा शाखा ने जो यह सार्थक पहल की है इसे सड़कों पर रहने वाले मवेशी जिन्हें रेडियम बेल्ट पहनाया जा रहा है रात्रि में वाहन चालक को दूर से ही इसका एहसास हो जाएगा और सड़क सुरक्षा के तहत दुर्घटना से भी राहत मिलेगी। साथ ही गर्मी को देखते हुए सड़कों के किनारे पानी के टब एवं छतों पर सिकोरे रखने का यह प्रयास काफी सार्थक साबित होगा सिटी मैनेजर डॉ अरविंद मोदी ने कहा कि इंसानियत से प्रेम, करुणा, सहानुभूति और मित्रता से ही हम विश्व का कल्याण कर कर सकते हैं। जीव जंतु ,पशु पक्षियों की रक्षा करना मानव धर्म का कर्तव्य भी है। ऐसे में हमें जानवरों की मदद करनी चाहिए। शाखा के अध्यक्ष सारिका लड्ढा ने कहा कि पशु पक्षियों के प्रति संवेदनशील होना होगा और जीव मित्रता दिवस को लेकर मानव जाति को पशु पक्षियों के प्रति हमदर्द होने की जरूरत है। जानवर भी खुश और दुखी होते हैं। वह हर बात समझते हैं और महसूस करते हैं ,वे किसी को नुकसान तभी पहुंचाते हैं जब वे उससे खतरा महसूस करते हैं। यदि हम उन्हें प्यार देंगे तो वह भी हमसे स्नेह करेंगे। पशु पक्षी मनुष्य से ज्यादा वफादार होते हैं। उपाध्यक्ष नेहा हिसारिया व सचिव शीतल पोद्दार ने कहा कि पशु पक्षियों का सम्मान करना हमारी संस्कृति रही है। हमारी संस्कृति ,जानवरों को संरक्षण का भी संदेश देती है। पशु पक्षी भी किसी समाज के अंग है और प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में सहयोग करते हैं। अमृत धारा की परियोजना निदेशक मीना हिसारिया व ज्योति अग्रवाल ने कहा कि गर्मी में पानी को अमृत के समान माना जाता है। मनुष्य तो पानी का संग्रहण करके रख लेता है लेकिन पशु पक्षियों को तपती गर्मी में पानी के लिए यहां वहां भटकना पड़ता है। इसके लिए पहल करते हुए शाखा के द्वारा पशु पक्षी के लिए अमृत धारा का आयोजन किया गया। मौके पर प्रेरणा शाखा की सह सचिव मिनी हिसारिया, श्वेता गुटगुटिया, सरिता अग्रवाल, उषा शर्मा, पूनम सहल, कृतिका मोदी आदि उपस्थित थे।
News – Praveen Kumar.