गुमला : जिला यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिला यक्ष्मा केंद्र गुमला और सदर प्रखंड कार्यालय दुंदरिया का निरीक्षण उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने किया। इस अवसर पर जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. गणेश राम, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. पीके सिंह, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. नाग भूषण और अन्य अधिकारी उपस्थित थें।
उपायुक्त ने सबसे पहले शहर से 2 किलोमीटर दूर स्थित दुंदरिया के टीबी जांच केंद्र का दौरा किया। वहां मरीजों की जांच संबंधित जानकारी प्राप्त की। लैब टेक्नीशियन संजय प्रसाद प्रियदर्शी ने उपायुक्त को मरीजों के इलाज की महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं के बारे में बताया और लैब रजिस्टर द्वारा मरीजों की संख्या से अवगत कराया।
निर्देश दिए गए कि सदर अस्पताल गुमला में एक संग्रह केंद्र स्थापित किया जाए। प्रतिदिन टीबी जांच के लिए नमूने भेजे जाएं, ताकि जांच की संख्या में बढ़ोतरी हो सके। उन्होंने टीबी के ड्रग्स स्टोर की अद्यतन स्थिति, दवा का वितरण और संधारण रजिस्टर के बारे में फर्मासिस्ट दीपक कुमार साहू से जानकारी प्राप्त की।
उनके द्वारा आदेश दिया कि रायडीह प्रखंड के अस्पताल में डिजिटल एक्स-रे मशीन को स्थापित किया जाए, ताकि अधिक से अधिक मरीजों को एक्स-रे जांच का लाभ मिल सके। उन्होंने सदर प्रखंड गुमला में मौजूद बेड, कुर्सी और अन्य सामग्री को कामडारा अस्पताल में भेजने और सभागार के उचित उपयोग के लिए ACMO को निर्देशित किया।
निरीक्षण के दौरान, जिला यक्ष्मा केंद्र के स्थापना कार्यालय और सभागार का भी जायजा लिया गया। उपायुक्त ने सुझाव दिया कि इस सभागार का उपयोग सहीया, एएनएम और सीएचओ के प्रशिक्षण के लिए किया जाए।
इस निरीक्षण से यह स्पष्ट होता है कि जिला प्रशासन यक्ष्मा उन्मूलन के प्रति गंभीर है और इस दिशा में ठोस कदम उठा रहा है।
न्यूज़ – गनपत लाल चौरसिया
Edited by – SANJANA KUMARI.