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Tuesday, September 17, 2024
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गिरिडीह सदर अस्पताल एवं सभी प्रखंड स्तर के आउटसोर्सिंग स्वास्थ्य कर्मियों ने वेतन भुगतान और पीएफ में गड़बड़ी को लेकर आउटसोर्सिंग एजेंसी के खिलाफ किया प्रदर्शन।

गिरिडीह – पूर्व निर्णयानुसार चिकित्सा विभाग में कार्यरत आउटसोर्सिंग मजदूर कर्मी की रैली पूर्वाहन 11 बजे सदर अस्पताल गिरिडीह के गेट से प्रारंभ हुआ। रैली में बड़ी संख्या में जिले भर के कार्यरत आउटसोर्सिंग चिकित्सा कर्मियों ने भाग लिया। रैली का नेतृत्व श्री अशोक कुमार सिंह राष्ट्रीय संगठन सचिव-सह-प्रदेश अध्यक्ष मोर्चा के साथ मोर्चा के प्रदेश महामंत्री श्री रघुनन्दन प्रसाद विश्वकर्मा, प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री रूपलाल महतो, जिला अध्यक्ष श्री महावीर हरिजन, जिला मंत्री देवनंदन दास कर रहे थे।

रैली में आक्रोश का इजहार करते हुए नारा लगा रहे थे । आउटसोर्सिंग के मध्यम से मजदूरों का शोषण बंद करो, विभागीय कर्मचारी घोषित करो, मासिक रूप से वेतन भुगतान की गारण्टी दो, बोनस का भुगतान करो, PF एंव ESIC का लेखा-जोखा दुरूस्त करो ।

रैली का संबाधित करते हुए श्री अशोक कुमार सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा चलाया जा रहा आउटसोर्सिंग सरकारी स्तर पर बहुत बड़ा घोटाला है। एक और जनता को पूर्णतयां सेवा नही मिलती है, वही दूसरी ओर मजदूरों का आर्थिक शोषण होता है, तीसरी सरकारी खजाने की लूट होती है। आउटसोर्सिंग ऐजेंसी लूट का अच्छा औजार है, जिसमें भष्ट्राचार का आरोप पदाधिकारी एवं नेता पर नहीं लगता है। उदाहरणार्थ निमित सेवा में नियुक्ति पर घोटाला संभव है, परन्तु नियुक्ति के बाद सरकारी कर्मी के वेतन से घोटाला संभव नही है। ठीक उसके विपरित आउटसोर्सिंग मजदूरों की नियुक्ति में घोटाला संभव नही…है, लेकिन उसके मजदुरी के भुगतान के नाम पर बहुत बड़ा घोटाला है।

उदाहरणार्थ किसी विभाग में 100 मजदूर कर्मियों की नियुक्ति होनी है तो यथार्थ में 40-50 ही ऐजेंसी द्वारा नियुक्त किया जाता है, जनता को सेवा कम मिली, मजदूरी घोटाला ज्यादा हुआ । दूसरी ओर मजदूरों का शोषण जिस पद के लिए यदि 30 हजार रूपये दिया जाना है, यर्थाथ में 15 हजार रूपये नही मिलता है। स्पष्ट है कि दोनों प्रकार के शोषण विभागीय पदाधिकारी एंव नेता की जानकारी में होता है, इस भष्ट्राचार में सरकारी पदाधिकारी एंव नेता तो फंसते नही, चूँकि प्राइवेट व्यक्ति होता है, सामने कोई ऐजेंसी का छोटा व्यक्ति होता है, पीछे पावरफुल व्यक्ति होता है। अब खुद समझिए जनता और मजदूर का शोषण हुआ या नही ।

यही कारण है कि इस व्यवस्था को बदला नही जा रहा है, जबकि संगठन का हमेशा मांग रहा है कि मजदूर और सरकारी के बीच सीधा संबंध में तभी मजदूरों के कल्याण के साथ जनता को पूर्ण सेवा के भष्ट्राचार समाप्त हो सकता है। यह आउटसोर्सिंग की व्यवस्था राज्य के तमाम विभागों में विद्यमान में है, जो कि घोटाला का सबसे बड़ा माध्यम है ।

रैली को श्री रघुनन्दन प्रसाद विश्वकर्मा,नवीन शर्मा, रूपलाल महतो, महावीर हरिजन, विक्रमनारायण देव, देवनंदन दास, टेकनारायण रजक, ओम प्रकाश हेम्ब्रम, अमित कुमार, कंचन डोम, राजन, डोम, दिलिप दास, सुरज राम, संजित बर्मा, संजीत सिंह, शक्ति सिंह, प्रविन कुमार, नवीन कुमार, सुखदेव कुमार, मिनकल कुमार, सीमा कच्छप, विशाल कुमार, सुनिल कुमार, भुनेशवर कुमार, सोनी देवी, सकुनतला देवी, जमनी देवी रूपा देवी तथा अन्य प्रखंडों के कर्मियो आदि उपस्थित थे ।

रिपोर्ट :- नवीन शर्मा

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