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Friday, September 20, 2024
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हर्षोल्लास से मनाया गया जिले में विश्व आदिवासी दिवस

पुरस्कार वितरण , एवं आदिवासी परंपराओं का किया गया प्रदर्शन

गुमला: – गुमला जिला मुख्यालय स्थित नगर भवन में आज विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

मुख्य अतिथियों ने किया कार्यक्रम का शुभारंभ

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गुमला विधायक भूषण तिर्की एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी गुमला सहित जिला परिषद अध्यक्ष किरण माला बाड़ा, जिला परिषद् उपाअध्यक्ष, वन प्रमण्डल पदाधिकारी गुमला, अपर समाहर्ता गुमला, परियोजना निदेशक आईटीडीए, जिला कल्याण पदाधिकारी सहित संबंधित विभागों के पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद रहें। कार्यक्रम का शुभारंभ सभी अतिथियों ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर किया।

आदिवासी समुदाय अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से प्राकृतिक संरक्षण का संदेश देते है: विधायक, गुमला

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक भूषण तिर्की ने बताया कि गुमला के आदिवासी को मुख्य धारा में लाना उनको जन-जंगल जमीन से बचाये रखना हम सभी लोगों का कर्तव्य है। साथ ही आदिवासी का एक अंग है- जंगल, पूरे विश्व में आदिवासी लगभग 10 मिलियन है। पुरे विश्व में 60 हजार जनजातिय भाषा बोली जाती है। गुमला जिला आदिवासी बहुमूल्य जिलों में से एक है जहां 70 प्रतिशत से अधिक आदिवासी जनजातीय समुदाय निवास करते हैं।

अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से प्राकृतिक संरक्षण का संदेश देते है आदिवासी समाज का संरक्षण एवं उन्हें आगे बढ़ाने में सहायता करना हम सब की जिम्मेदारी है। आदिवासियों का संरक्षण करना प्राकृतिक का संरक्षण करने के समान है। आज आदिवासी समाज आगे बढ़ रहा है, जिसके लिए झारखंड सरकार एवं जिला प्रशासन भी सहयोग कर रहें है।
आदिवासी समाज समुदाय को जंगल एवं भाषाएं का अस्तित्व को बचाये रखने बात कही।

विश्व स्तरों पर आदिवासी समुदाय के प्राकृतिक संरक्षण के मॉडल पर की जाती है सुदूवर्ती के छात्रों को पढ़ाई में आगे बढ़ने को एवं अच्छे डीग्री प्राप्त करने को कहा गया: उपायुक्त

*उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने कहा कि आदिवासी समाज समृद्ध समाज और ज्ञान का भंडार है. उपायुक्त ने कहा कि जब हम आदिवासी दिवस मनाते हैं तो कई लोग ऐसे भी होते हैं। जिनको यह अवसर नहीं मिलता है कि वे नजदीक से आदिवासी समाज को देख और समझ सके कि आदिवासी समाज कितना समृद्ध और ज्ञान से भरा समाज है। उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के आदिवासी बच्चों में जितनी प्रतिभा होती है। उतनी प्रतिभा शहरी क्षेत्र में सभी सुख-सुविधाओं के बीच रहने वाले बच्चों में भी नहीं होती है।

उपायुक्त ने शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि आज के दिन सभी माता-पिता संकल्प ले कि आप अपने बच्चों की शिक्षा को पहली प्राथमिकता देंगे। जब तक बच्चे ग्रेजुएट नहीं हो जाते. तब तक बच्चों पर कोई दूसरा बोझ नहीं देंगे। बच्चे पढ़ेंगे-लिखेंगे तो आगे बढ़ेंगे और इस तरह से शिक्षित व विकसित समाज का निर्माण होगा.

आदिवासी समाज मुख्य रूप से डायन कुप्रथा, नशैली पदार्थों के सेवन, एवं ह्यूमन ट्रैफिकिंग जैसे समस्याओं से जूझ रहा है, जिस कारण विकास की गति धीमी है: जिला परिषद अध्यक्ष

इस दौरान जिला परिषद अध्यक्ष, अपर समाहर्ता , जिला परिषद उपाधीक्षक ने भी कार्यक्रम को संबोधित कर जिले वासियों को विश्व आदिवासी दिवस के लिए शुभकामनाएं दी।

कार्यक्रम के दौरान आदिवासी समुदाय द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालो को किया गया सम्मानित

कार्यक्रम के दौरान आदिवासी समुदाय के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। इस दौरान जिले के आदिवासी समुदाय के 06 ऐसे छात्र छात्राएं जिन्होंने 2023- 24 के शैक्षणिक सत्र में अच्छे प्रतिशत से अधिक अंक लाया है उन्हें माननीय अतिथियों के द्वारा पुरस्कृत किया गया।

कार्यक्रम के दौरान 15 लाभुकों के बीच मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत 22 लाख रुपए का ऋण उपलब्ध कराया गया वहीं 8 लाभुकों को अनुदान राशि पर वाहन उपलब्ध कराया गया।
वनाधिकार पट्टा के तहत विभिन्न प्रखंडों से कुल 9 समुदाय के बीच वन पट्टा हेतु स्वीकृति प्रदान की गई। इस दौरान छात्र छात्राओं के बीच साइकिल वितरण योजना के तहत साइकिल का भी वितरण किया गया।

कार्यक्रम के दौरान गीत नाट्य का भी प्रदर्शन किया गया जिसके माध्यम से लोगों को जैसे विषयों से लोगों को जागरूक किया गया।

NEWS – गनपत लाल चौरसिया

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