गिरिडीह : झारखंड सरकार द्वारा 21 से 50 वर्ष आयु की महिलाओं को हर माह एक हजार वित्तीय सहायता के जरिये आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से शुरू की गई मुख्यमंत्री मंईया सम्मान योजना को लेकर गिरिडीह जिले में शहर से गांव तक की महिलाओं में भारी उत्साह का माहौल है। तीन अगस्त से पंचायत/वार्ड स्तर पर आयोजित कैंपों में ऑफलाइन-ऑन लाइन आवेदन भरने को लेकर महिलाओं में आपाधापी का माहौल है। योजना से जुड़ने को लेकर महिलाओं में आलम यह है कि सुबह दस बजे से ही केंपों में महिलाओं का पहुंचना शुरू हो जाता है।
महिलाओं की आत्मनिर्भरता के लिए योजना कारगर साबित होंगी : डीसी
उपायुक्त नमन प्रियेश लकडा ने शुक्रवार को बताया कि जिले के सभी 13 प्रखण्डों समेत चारों नगर पंचायतों में विगत तीन अगस्त से अबतक एक लाख 24 हजार 100 आवेदन ऑफलाइन/ऑनलाइन आवेदन इन्ट्री किये गये हैं। इस फिगर में राज्य भर में सभी जिलों के मुकाबले गिरिडीह जिला अव्वल है। डीसी ने कहा कि कैंपों में आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि के बाद भी महिलाएं प्रज्ञा केन्द्रों मैं भी आवेदन कर सकती है। उल्लेखनीय है कि झारखंड सरकार का मानना है कि इस योजना के जरिये राज्य की महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण में सुधार होगा एवं सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा। सरकार का मानना है कि इस योजना का मकसद गरीब व जरूरतमंद महिलाओं की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। महिलाओं की आत्मनिर्भरता के लिए योजना कारगर साबित होंगी, जिससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।