गिरिडीह (कमलनयन) : भारतीय प्राचीन सम्यता और संस्कृति की रक्षक प्रकृति के उपासकों को समर्पित विश्व आदिवासी दिवस के पावन अवसर पर शुक्रवार को आदिवासी छात्र संगठन द्वारा नगर भवन में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जिले भर के आदिवासी युवा और युवतियों का जुटान हुआ। कार्यक्रम में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा, एसपी दीपक कुमार शर्मा, विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, उपनगर आयुक्त विशालदीप खलखो, भाजपा नेता नुनूलाल मरांडी, सिकंदर हेंब्रम, प्रधान मुर्मू के साथ जेएमएम नेता सुधीर बास्के और हिंगामुनी मुर्मू शामिल हुए। इस दौरान अतिथियों ने दीप जलाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। डीसी सहित अन्य अतिथियों को प्रकृति के उपासकों ने पौधे देकर सम्मानित किया. उपायुक्त ने कहा कि प्रकृति के संरक्षकों को समर्पित आज का दिन विश्वभर में मनाया जाता है। उन्होंने प्राचीन संस्कृति और विरासत को बचाए रखने के साथ शिक्षा पर विशेष ध्यान देने पर बल दिया।
आदिवासी समाज को पश्चिमी सभ्यता से बचना होगा : विधायक
मौके पर विधायक सोनू ने कहा कि झारखंड तभी सुरक्षित है, जब तक कि राज्य में आदिवासियत अपनी सभ्यता को बचाए रखे हुए है। उन्होंने कहा कि देश और आदिवासी समाज में भी पश्चिमी सभ्यता तेजी से आकार ले रही है, जो हमारी सम्यता और सांस्कृतिक चिंता का विषय है। हम सभी को पश्चिमी सभ्यता के विकल्प को तलाशने की जरूरत है। विधायक ने कहा कि मौजूदा मोबाइल युग में युवा वर्ग को अपने वजूद को बचाये रखने के लिए संघर्ष करना होगा।
आदिवासी समुदाय का सौम्य स्वभाव हमें आपसी भाईचारगी के लिए प्रेरित करता है : डीसी
इस मौके पर उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने विश्व आदिवासी दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आज पूरे विश्व में इसका आयोजन हो रहा है. प्रकृति पूजक आदिवासी समुदाय की सभ्यता-संस्कृति का हमें अनुसरण करते हुए प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण के प्रति सजग रहना चाहिए. आदिवासी समुदाय का सौम्य स्वभाव हमें आपसी भाईचारगी के लिए प्रेरित करता है. इनसे हमें सीख लेने की जरूरत है. उपायुक्त ने कहा कि आदिवासी समुदाय के शैक्षणिक विकास के लिए सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं. जिला प्रशासन ने कई हॉस्टलों के सुदृढ़ीकरण के लिए एचई हाईस्कूल, जेसी बोस ट्राइबल हॉस्टल और गिरिडीह कॉलेज के लिए काम चालू है. इसके अलावा आदिवासियों को व्यक्तिगत और सामुदायिक वन पट्टा का वितरण भी जल्द कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदाय की हर सुख-सुविधाओं के लिए जिला प्रशासन सजग है.
एसपी ने आदिवासी युवाओं को कानून की जानकारी से अवगत कराया
इस दौरान एसपी दीपक कुमार शर्मा ने आदिवासी युवाओं को कानून की जानकारी से अवगत कराया. कहा कि ग्रामीण इलाकों में लोभ-लालच में आकर अभिभावक अपने बच्चों को दूर प्रदेश भेज देते हैं, इससे बचने की जरूरत है। ऐसे लोगों के झांसे में आने से पहले से पूरी जानकारी हासिल करके ही बच्चों को प्रदेश भेजने पर विचार करें ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई किया जा सके। एसपी ने कहा कि इस संबंध में जागरूकता अभियान चलाने के बाद भी समाज के युवा ऐसे लोगों के झांसे में आ जाते हैं और घर के बच्चों को पैसे कमाने के लालच में दलालों के साथ भेज देते हैं। एसपी ने कहा कि गिरिडीह पुलिस ऐसे लोगों को लेकर हमेशा अलर्ट पर है। वहीं कार्यक्रम में आदिवासी युवाओं ने संथाली लोकगीत की धुन पर कई नृत्य पेश किये।