गिरिडीह में रिकार्ड तोड़ 2,37,470 रजिस्ट्रेशन, जबकि रांची दूसरे स्थान पर रहा जहां, कुल 180151 रजिस्ट्रेशन हुए
रांची : पूरे झारखंड में इन दिनों मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की खूब चर्चा है. राज्य में प्रखंड कार्यालयों में महिलाओं की उमड़ी भीड़ से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. सरकारी कर्मचारियों को इस काम में झोंक दिया गया है. दूसरे सभी काम अभी लंबित हैं. क्योंकि रक्षाबंधन के अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड की सभी बहनों को एक हजार रुपए की सौगात देने का निश्चय कर लिया है. राखी के दिन सभी बहनों के खातों में झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत राशि की पहली किश्त भेजी जायेगी. अब तक मंईयां योजना में 29 लाख से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. इसमें गिरिडीह ने जिलों को पछाड़ दिया है. गिरिडीह रजिस्ट्रेशन के मामले में सबसे ऊपर है. गिरिडीह में रिकार्ड तोड़ 2,37,470 रजिस्ट्रेशन हुए हैं. दूसरे स्थान पर बाद रांची का नंबर है जहां कुल 180151 रजिस्ट्रेशन हुए हैं. इसके बाद अन्य जिले शामिल हैं.
सीएम ने सभी कर्मियों के अथक प्रयास को सराहा
इसके बाद पलामू में 175137, बोकारो में 173135, धनबाद में 163634, देवघर में 161650 गढ़वा में 160314, हजारीबाग में 138983, पूर्वी सिंहभूम में 112895 और पश्चिमी सिंहभूम में सबसे ज्यादा बहनों से रजिस्ट्रेशन कराया है. ये टॉप 10 में शामिल हैं. सीएम ने मंईयां सम्मान योजना की सफलता से गदगद हैं. हेमंत सोरेन ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर लिखा कि पंचायत से लेकर जिलों, विभागों और मंत्रालय के सभी कर्मियों को साधुवाद. आपकी अथक मेहनत के कारण यह संभव हो सका.
सीएम के इस पुनीत कार्य के लिए बहनों ने उनके प्रति आभार जताया
कहा कि हम सोमवार शाम 7 बजे तक करीब 29 लाख बहनों का सफलतापूर्वक निबंधन कर चुके हैं. 12 अगस्त की मध्य रात्रि तक यह आंकड़ा 30 लाख पार कर जाने की पूरी उम्मीद है. इस माह के अंत से पहले सभी बहनों के खातों में सम्मान राशि की पहली किश्त भेज दी जायेगी. सीएम ने कहा कि हम यह योजना फरवरी से लागू करना चाहते थे, पर विपक्ष की झूठी साजिशों को नाकाम करने में समय लगा. इसके लिए मैं क्षमाप्रार्थी हूं. कई प्रखंडों में उमड़ी बहनों ने भी सीएम के इस पुनीत कार्य के लिए तहेदिल से शुक्रिया अदा किया है. बहनों का कहना है ऑफलाइन अगर फार्म जमा नहीं होता तो, हमलोगों को बहुत परेशानी होती.