टंडवा (चतरा) – शिवपुर-कठौतिया रेलवे लाइन निर्माण के दौरान शनिवार को एक बड़ा हादसा हुआ। राजा कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा किए जा रहे रेलवे ब्रिज निर्माण में भारी लापरवाही के कारण निर्माणाधीन पुल का सेट्रिंग सरिया गिर गया, जिससे 35 वर्षीय लेम्बुआ निवासी राजेंद्र साव और 40 वर्षीय बुकरु निवासी बेतन भुईयां की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं, 30 वर्षीय बुकरु निवासी दुर्गेश भुईयां गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका इलाज जारी है।
यह हादसा दोपहर में हुआ, जब कंपनी के इंजीनियर ने ब्रिज के सपोर्ट को कटवाने का निर्देश दिया, जिसके तुरंत बाद पुल का सरिया भरभराकर गिर गया और मजदूर उसकी चपेट में आ गए। हादसे की खबर मिलते ही आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में घटनास्थल पर पहुंचे और हंगामा करने लगे। वहीं, स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास करती रही। बताया जा रहा है कि कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी घटना के बाद से फरार हैं।
कामगार सुरक्षा में घोर लापरवाही, नियमों का खुलेआम उल्लंघन
राजा कंस्ट्रक्शन कंपनी रेलवे लाइन निर्माण में शुरू से ही विवादों में रही है। अवैध मिट्टी कटाई, नदियों से बालू उत्खनन, परिवहन, और भंडारण जैसे अनैतिक कार्यों के कारण यह कंपनी पहले भी चर्चा में रही है। खनन विभाग ने भी पूर्व में एक मामले में इस कंपनी पर लाखों रुपए का जुर्माना लगाया था।
स्थानीय मजदूरों का आरोप है कि ब्रिज निर्माण में बरती जा रही लापरवाही के बावजूद संबंधित विभाग ने इसे नजरअंदाज किया, जिसके कारण आज की घटना में दो मजदूरों को अपनी जान गंवानी पड़ी। सूत्रों के अनुसार, कंपनी को एक बड़े बिहारी राजनेता का समर्थन प्राप्त है, जिसके बल पर वह पद, पावर और पैसे का भरपूर उपयोग करती है।
लापरवाही पर संबंधित विभाग क्यों बना रहता है मूकदर्शक?
ऐसा कहा जाता है कि इंसान अपनी गलतियों से सीखता है, लेकिन यह उक्ति रेलवे विभाग पर फिट नहीं बैठती। इससे पहले भी दो बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें लापरवाही के कारण मजदूरों की जान गई थी। 19 अक्टूबर 2022 को रॉयल कंपनी द्वारा कठौतिया गांव के पास निर्माणाधीन रेलवे पुल पर हुई दुर्घटना में दो मजदूर मारे गए थे, जिनके पास सेफ्टी किट नहीं थी।
इस मामले को बाद में ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। इसके अलावा, 12 जनवरी 2024 को धनगड़ा पंचायत के मातुअहरा में मिलेनियम नामक कंपनी के निर्माणाधीन रेलवे ब्रिज पर हुई दुर्घटना में भी दो मजदूरों की जान गई थी।
घायलों और मृतकों के परिजनों का आक्रोश, सड़क जाम कर किया विरोध प्रदर्शन
देर शाम, टंडवा-सिमरिया मुख्य सड़क के धनगड़ा चौक पर मृतकों के परिजनों ने शवों को सड़क पर रखकर मुआवजे और नौकरी की मांग करते हुए सड़क जाम कर दिया। स्थानीय विधायक किसुन कुमार दास ने कंस्ट्रक्शन कंपनी से 50-50 लाख रुपए मुआवजा और आश्रितों को रेलवे में नौकरी देने की मांग की, साथ ही कंपनी पर हत्या का मामला दर्ज करने की बात कही।
देर रात सीओ बिजय कुमार दास, एसडीपीओ प्रभात रंजन बरवार और जेएमएम नेता मनोज चंद्रा की मौजूदगी में त्रिपक्षीय वार्ता हुई, जिसमें सहमति बनी कि मृतकों के परिजनों को 19-19 लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा, जिसमें 11 लाख रुपए इंश्योरेंस की राशि शामिल है। इसके अलावा, घायल का समुचित इलाज कराया जाएगा।
News – Vijay Chaudhary.
Edited by – Sanjana Kumari.