गिरिडीह (कमलनयन) : झारखंड के गिरिडीह में ऐसोसिएशन ऑफ सर्जन्स का सम्मेलन-जसीकॉन-2024 का आयोजन किया जा रहा है। उत्सव-उपवन में 13 से 15 सितम्बर तक चलनेवाले तीन दिवसीय जसीकॉन कांफ्रेंस में देशभर से गंभीर बीमारियों के लगभग 300 विशेषज्ञ चिकित्सक अपना अनुभव साझा करेंगे. यह जानकारी सोमवार को एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स झारखंड चैप्टर गिरिडीह सिटी ब्रांच के सदस्य सर्जन डॉक्टर क्रमश: डा. राजेश कुमार सिंह, डॉ. एसके डोकानियां, डॉ. विकास लाल, डॉ. नीरज डोकानिया, डॉ. मोहम्मद आजाद और डॉ. उत्तम जालान ने संयुक्त रूप से दिया। प्रेसवार्ता के दौरान सर्जन्स समूह ने कहा कि आठ साल पहले देश के अन्य राज्य में हुए इस प्रकार के कॉन्फ्रेस में गिरिडीह के कई सर्जन को अत्याधुनिक तकनीकी से बीमारियों के इलाज की जानकारी प्राप्त हुई। गिरिडीह जिले को पहली बार मेजबानी का मौका मिला है. आठ साल बाद एक बार इस सम्मेलन में गिरिडीह के चिकित्सकों को मौका मिला था।
आधुनिक टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल में लाए जानेवाले उपकरणों की प्रदर्शनी लगेगी
बताया गया कि जसीकॉम, एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स झारखंड चैप्टर द्वारा इस तीन दिवसीय कांफ्रेंस की तैयारी लगभग पूरी हो गई है। गिरिडीह में हो रहे सम्मेलन की मेजबानी में आईएमए का अपेक्षित सहयोग मिल रहा है। तीन दिनी कांफ्रेंस में न्यूरो, हॉट कार्डियक, गैस्ट्रिक और कैंसर समेत अन्य कई गंभीर रोगों के टॉप विशेषज्ञ सर्जन शामिल होंगे। भाग लेनेवाले चिकित्सकों को प्रोजेक्टर के जरिए प्रैक्टिकली गंभीर बीमारियों के सर्जरी की पूरी जानकारी बतायी जायेगी। क्योंकि कई गंभीर बीमारियों का इलाज अब नवीनतम सर्जरी बढ़ती टेक्नोलॉजी के कारण पूरी तरह से बदल गया है। बगैर चीड-फाड़ के भी नई टेक्नोलॉजी से सर्जरी संभव है। जसीकॉम झारखंड चैप्टर के गिरिडीह के सर्जनों ने कि ऐसी गंभीर बीमारियों के मरीज को इमरजेंसी मेडिसिन क्या और कैसे राहत दे सकता है, इसके लिए अमेरिका की एक कंपनी के साथ झारखंड चैप्टर का एमओयू हुआ है। जिसका मकसद न्यूरो, कार्डियक समेत अन्य गंभीर बीमारियों की आधुनिक टेक्नोलॉजी के जरिए सर्जरी का अवसर दिया जाना है। इन रोगों से जुड़े सर्जिकल उपकरण अब वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन (डब्लूएचओ) द्वारा खरीदारी किया जाना संभव हो पाएगा। कहा कि कांफ्रेंस में देश के कई बड़े फार्मा कंपनियों और सर्जरी में आधुनिक टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल में लाए जानेवाले उपकरणों प्रदर्शनी लगाई जाएगी।