रांची : झारखंड ऊर्जा विभाग श्रमिक संघ के केंद्रीय अध्यक्ष अजय राय ने उत्पाद सिपाही बहाली में लगातार हो रही मौतों की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि बहाली प्रक्रिया में जो प्रक्रिया अपनाई गई है, वह कहीं से व्यावहारिक नहीं है। इससे पूर्व भी सिपाही बहाली से लेकर आर्मी की कितनी बहालियां इस राज्य के अंदर हुई है पर यह हालात कभी नहीं देखने-सुनने को नहीं मिले, कोई भी अभ्यर्थी दौड़ने के क्रम में मौत के आगोश में समा जा रहा है, जिसकी संख्या एक दर्जन हो गई है. करीब 50 अभ्यर्थी अभी भी राज्य के विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं.
सबसे बड़ा सवाल कि…आखिर बहाली प्रक्रिया को इतना पेचीदा क्यों बनाया गया? इसकी भी निष्पक्ष जांच जरूरी है…!
अजय राय ने उत्पाद बहाली प्रक्रिया में मौत के मुंह में जानेवाले सभी अभ्यर्थियों को एक-एक राज्य सरकार से एक करोड़ रुपए मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि किसी का बेटा, किसी का भाई और किसी का सुहाग इस बहाली प्रक्रिया में मौत के मुंह में समा गया है. ऐसे में राज्य सरकार को उनके परिवार के साथ सहानुभूति के साथ-साथ मुआवजा राशि भी देनी चाहिए, ताकि जिस लाडले के कंधे पर उनके घर परिवार का भरण पोषण का भार था, उसकी समुचित भरपाई हो सके।
इस मामले में सरकार संवेदनशील हो…!
अजय राय ने राज्य सरकार से आग्रह किया है की बहाली प्रक्रिया रोककर पहले इसकी उच्च स्तरीय जांच कराएं. उन्होंने सरकार की चुप्पी पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनावी जंग जीतने की जद्दोजहद से थोड़ा बाहर निकलिए और दौड़ की जंग में अपना सबकुछ हार जानेवाले परिवार पर थोड़ा तरस खाइए नजरें इनायत कीजिए. इस मामले को सरकार संवेदनशीन होना चाहिए.