गुमला – वर्ल्ड फिजियोथेरेपी दिवस के अवसर पर गुमला जिले के खिलाड़ियों के लिए “खेलकूद में चोट से बचाव और रिकवरी” पर आधारित एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम इंडोर स्टेडियम गुमला में जिला खेल पदाधिकारी मनोज कुमार की उपस्थिति में आयोजित हुआ, जिसमें खिलाड़ियों को खेल के दौरान होने वाली चोटों से बचने और रिकवरी के लिए फिजियोथेरेपी के महत्व पर जानकारी दी गई।
इस सेमिनार का संचालन समाधान फिजियोथेरेपी क्लिनिक की अनुभवी फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. ऋषिका श्रीवास्तव (पुणे) और डॉ. विशाल ने किया। उन्होंने बताया कि किस तरह फिजियोथेरेपी मस्कुलोस्केलेटल समस्याओं के इलाज में अहम भूमिका निभाती है और एथलीटों के प्रदर्शन में सुधार करती है। उन्होंने जोर दिया कि फिजियोथेरेपी को नियमित स्वास्थ्य प्रथाओं में शामिल कर खिलाड़ी अपनी शारीरिक फिटनेस को बेहतर बनाए रख सकते हैं और चोटों से बच सकते हैं।
डॉ. विशाल ने एक इंटरैक्टिव सत्र के दौरान फिजियोथेरेपी की विभिन्न तकनीकों का प्रदर्शन किया, जिसमें मुद्रा सुधार, मांसपेशियों को मजबूत करने और लचीलेपन को बढ़ाने वाले व्यायाम शामिल थे। उन्होंने बताया कि चोट के शुरुआती चरण में फिजियोथेरेपी हस्तक्षेप कितनी जरूरी होती है और कैसे व्यक्तिगत देखभाल से एथलीट की रिकवरी में तेजी लाई जा सकती है।
सेमिनार के दौरान खिलाड़ियों और कोचों ने उत्सुकता से भाग लिया और चोटों से बचाव, पुनर्वास, और फिटनेस व्यवस्था पर विशेषज्ञों से सवाल पूछे। डॉ. ऋषिका और डॉ. विशाल ने खेलों में आमतौर पर होने वाली चोटों के बारे में विस्तार से समझाया और उनकी रोकथाम के लिए आवश्यक फिजियोथेरेपी तकनीकों पर व्यक्तिगत मार्गदर्शन दिया।
राष्ट्रीय खिलाड़ी अनित उरांव ने कार्यक्रम के अंत में समाधान फिजियोथेरेपी टीम के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के सेमिनार से खिलाड़ियों को अत्यधिक लाभ होगा। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर इस तरह का पहला सेमिनार होने से खिलाड़ियों को खेल के दौरान चोटों से बचने और होने पर उनसे निपटने की महत्वपूर्ण जानकारी मिली है।
कार्यक्रम का समापन जिला खेल पदाधिकारी मनोज कुमार द्वारा समाधान फिजियोथेरेपी टीम को सम्मानित कर किया गया। इस मौके पर सभी आवासीय, डे बोर्डिंग, खेलो इंडिया सेंटर के प्रशिक्षु, कोच और खेल प्रेमी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
News – गनपत लाल चौरसिया