हजारीबाग, 23 सितंबर: समाज सेवी और झारखंड प्रदेश राजद कार्य समिति के सदस्य फहिम उद्दिन अहमद उर्फ संजर मलिक ने कल शाम नूरा के शिक्षक और पत्रकार काशिफ अदीब से मिली जानकारी के बाद हजारीबाग की वरिष्ठ महिला नेत्री असगरी अंजुम से मुलाकात की। असगरी अंजुम किडनी रोग से ग्रसित हैं और पिछले कई दिनों से अपनी स्वास्थ्य स्थिति को लेकर संघर्ष कर रही हैं।
संजर मलिक ने असगरी अंजुम के आवास पर जाकर उनकी सेहत का हाल जाना और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “आप खुद को बिलकुल अकेला न समझें, हम सभी आपके साथ हैं। हम पर्वरदिगार से दुआ करते हैं कि आप जल्द ही सेहतयाब हों।”
असगरी अंजुम ने बताया कि तीन महीने पहले वे अपने पति और बेटी के साथ झील के रास्ते मोटरसाइकिल से आ रही थीं, जब पीछे से एक बिना नंबर की स्विफ्ट कार ने उन्हें धक्का मार दिया। इस हादसे में वे सभी बुरी तरह जख्मी हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें रांची रेफर कर दिया। रांची में जांच के बाद पता चला कि चोट की वजह से उनकी किडनी में समस्या हो गई है और उन्हें तुरंत इलाज की आवश्यकता है।
असगरी अंजुम ने कहा, “हमारे पास जो भी जमा पूंजी थी, सब कुछ इलाज में खत्म हो गया। बच्चों की पढ़ाई भी छूट गई है। किडनी डायलिसिस से ही खून बन रहा है, और हमारा आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई है। मैंने अपनी पार्टी के लिए अपना बहुमूल्य समय दिया, लेकिन बहुत दुख के साथ कह रही हूं कि कोई भी नेता अभी तक मुझसे मिलने नहीं आया है, यहां तक कि फोन पर भी नहीं पुछा।”
संजर मलिक ने असगरी अंजुम के इलाज के लिए उनके आवास पर स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता से मोबाइल पर ही वार्ता की और रिम्स में एडमिट करवाने और समुचित व्यवस्था कराने का अनुरोध किया। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि दवाइयों का इंतजाम हो जाए, क्योंकि असगरी अंजुम की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए तुरंत कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इसके बाद, असगरी अंजुम को रिम्स भेजा गया, जहां उनका इलाज जारी है। समाज सेवी संजर मलिक और अन्य सहयोगियों ने उनके स्वस्थ होने की कामना की और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
इस घटना ने न केवल राजनीतिक और सामाजिक सर्कल में हलचल मचाई है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि जरूरतमंदों की मदद के लिए हमें हमेशा तत्पर रहना चाहिए। असगरी अंजुम की हिम्मत और धैर्य की कहानी निश्चित रूप से प्रेरणादायक है, और उम्मीद है कि वे जल्द ही स्वस्थ होकर अपने परिवार और समाज के साथ सामान्य जीवन जी सकेंगी।
News – Vijay Chaudhary.