रांची : सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद झारखंड को खनिज की रायल्टी की भारी-भरकम रकम को लेकर सीएम हेमंत सोरेन लगातार केंद्र पर दबाव बनाए हुए हैं. लेकिन बकाये को लेकर प्रधानमंत्री से लेकर प्रदेश के शीर्ष स्तर के नेताओं ने कभी कुछ नहीं बोला. इसलिए एक बार फिर सीएम ने गुरुवार को केंद्र सरकार से सवाल किया कि झारखंड की बकाया राशि कब मिलेगी? सीएम ने स्पष्ट किया कि हम झारखंड के लिए कोई विशेष पैकेज नहीं, अपना बकाया पैसा मांग रहे हैं। सीएम ने सवाल किया कि आखिर क्यों भाजपा झारखंड के साथ ऐसा व्यवहार कर रही है, हम अपने झारखंड के हक-अधिकार का पैसा मांग रहे हैं,पर केंद्र सरकार चुप्पी साधे हुए है। अब इसका जवाब तो झारखंड की जनता भारतीय जुमला पार्टी को आगामी चुनाव में ही देगी। सीएम ने एक ट्वीट कर कहा, आज मुझे आपका साथ चाहिए, साथियों। क्या आपने कभी सोचा है कि किसी भाजपा नेता ने राज्यवासियों का बकाया 1 लाख 36 हज़ार करोड़ रुपये क्यों नहीं मांगा? भाजपा की चुप्पी पर सीएम लगातार हमलावर हैं.
‘मैं अपने राज्य का हक़ मांगना नहीं छोड़ सकता’
सीएम ने लोगों से पूछा कि आपलोगों ने पिछले 3 लोकसभा चुनावों में तीन-तीन बार 12-12 और इस बार भाजपा के 9 सांसद जिताये। झारखंड का भविष्य आपके हाथों में है। अगर आप आज अपना हक़ नहीं मांगेंगे, तो हमारे पैसों से दूसरे राज्यों को विशेष पैकेज मिलेगा और आप खाली हाथ रह जाएंगे। आदिवासी-मूलवासी के हक-अधिकार की बात करनेवाले प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री कई बार झारखंड में जनसभाएं की, कभी आपने पीएम की जुबान से सुना कि वे झारखंड को जल्द खनिज की रॉयल्टी की किस्तअदायगी शुरू करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुझे एक बोगस मामले में जेल में डाला गया क्योंकि वे मुझे चुप कराना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि मैं अपने राज्य का हक़ मांगना छोड़ दूं। वे मुझे वापस भी जेल डाल दें तब भी मैं मरने दम तक संघर्ष करूंगा और हक़ मांगने की आवाज उठाता रहूंगा.