गुमला, 14 अक्टूबर 2024: गुमला जिले के नगर भवन में आयोजित वार्षिक आम सभा एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम रहा, जिसमें जिला प्रशासन गुमला और JSLPS (झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी) द्वारा समर्थित MVM बघिमा FPC (फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी) के सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गुमला जिले के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने की, जिसमें जिला और कृषि अधिकारियों समेत विभिन्न प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिला कृषकों को आत्मनिर्भर बनाते हुए रागी उत्पादन और उसकी मार्केटिंग में और अधिक प्रगति लाना था।
रागी उत्पादन में सफलता: कंपनी का वार्षिक लेखा जोखा
कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल भगवती देवी, कुवारी बरवा और करुना देवी ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। रिपोर्ट में पिछले दो सालों में हुए कार्यों की समीक्षा की गई, जिसमें रागी उत्पादन और उसकी बिक्री पर जोर दिया गया। कंपनी ने 2 करोड़ से अधिक की कमाई की है, जो इस बात का प्रमाण है कि FPC के नेतृत्व में महिला कृषक तेजी से आर्थिक सशक्तिकरण की ओर बढ़ रही हैं।
इस अवसर पर उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने रागी मिशन के तहत वितरित 35 MT रागी बीज के प्रभावी उपयोग की सराहना की और कहा कि यह मॉडल अन्य जिलों और संस्थानों के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने यह भी बताया कि गुमला जिला इस मिशन को और भी ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि इसे अन्य क्षेत्रों में भी प्रेरणा के रूप में स्थापित किया जा सके।
World Food India 2024 में गुमला की भागीदारी
FPC के सदस्यों ने World Food India 2024 में अपनी भागीदारी की सफलताएं साझा कीं। नई दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में गुमला के महिला कृषकों को अपने रागी उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने का अवसर मिला। इससे स्थानीय स्तर पर तैयार किए गए उत्पादों को वैश्विक मंच मिला, जिससे न केवल गुमला का नाम ऊंचा हुआ बल्कि रागी उत्पादों के लिए नए बाजार भी खुले।
आर्थिक सशक्तिकरण की ओर एक कदम: लाभांश और आगे की योजना
आम सभा में महिलाओं ने न केवल अपने उत्पादों की बिक्री पर गर्व जताया, बल्कि कंपनी द्वारा किए गए लाभांश और अर्जित कमाई की भी चर्चा की। कंपनी के वार्षिक लेखा जोखा से पता चला कि किसानों की मेहनत और JSLPS के सहयोग से अब रागी की बिक्री राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहुंच रही है। जिला प्रशासन और JSLPS राज्य कार्यालय की टीमों ने यह सुनिश्चित किया है कि बाजार में सही अवसरों का फायदा उठाया जाए, जिससे महिला कृषकों को अधिक से अधिक आर्थिक लाभ मिल सके।
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी का मार्गदर्शन
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने अपने उद्बोधन में रागी मिशन को और अधिक व्यापक स्तर पर ले जाने की योजना पर जोर दिया। उन्होंने महिला कृषकों और शेयर धारकों से कहा कि वे इस मॉडल को अन्य क्षेत्रों के लिए प्रेरणा बनाएं और इसे और अधिक उचाईयों पर ले जाएं। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य केवल रागी की बिक्री को बढ़ावा देना नहीं है, बल्कि इससे जुड़े हर महिला कृषक को आत्मनिर्भर बनाना है।”
उन्होंने आगे कहा कि आने वाले समय में जिला प्रशासन इस पहल को और भी मजबूत करेगा, जिससे गुमला जिला अन्य क्षेत्रों के लिए प्रेरणा स्रोत बन सके। रागी मिशन से महिलाओं को आजीविका के नए स्रोत मिले हैं, और इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है, बल्कि उन्हें एक नई पहचान भी मिली है।
FPC की सदस्यों का उत्साहवर्धन और भविष्य की दिशा
जिला प्रशासन, JSLPS और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने FPC के सदस्यों का उत्साहवर्धन किया और उन्हें रागी प्रोसेसिंग यूनिट के सफल संचालन पर बधाई दी। इस दौरान, PD-ITDA रीना हंसदा और जिला कृषि पदाधिकारी विजय कुजूर ने भी महिला कृषकों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया और कहा कि आने वाले समय में रागी के उत्पादों की मांग और बढ़ेगी, जिससे बाजार और भी विस्तृत होंगे।
सभी उपस्थित पदाधिकारियों और प्रतिनिधियों ने रागी मिशन को गुमला जिले की महिलाओं के आर्थिक विकास का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बताया। उनका मानना है कि यह पहल महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
आम सभा की प्रमुख बातें:
- कंपनी का प्रदर्शन:
दो साल में 2 करोड़ से अधिक की रागी बिक्री, जिसने महिला कृषकों को आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान की। - आने वाली योजनाएं:
जिला प्रशासन द्वारा रागी मिशन के तहत 35 MT रागी बीज के वितरण और उसके सदुपयोग की योजना बनाई गई। - अंतर्राष्ट्रीय पहचान:
World Food India 2024 में भागीदारी से गुमला के उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली। - सशक्तिकरण की दिशा:
जिला प्रशासन और JSLPS के प्रयासों से महिला कृषकों को अपने उत्पादों की सही कीमत मिलने लगी है, जिससे उनकी आजीविका में सुधार हो रहा है।
निष्कर्ष: रागी मिशन – गुमला की महिलाओं के लिए आशा की किरण
गुमला जिले में रागी मिशन ने महिला कृषकों के जीवन में नई संभावनाओं का द्वार खोला है। इस वार्षिक आम सभा के आयोजन ने यह साबित कर दिया है कि सही मार्गदर्शन और सरकारी सहयोग से किस प्रकार ग्रामीण महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त बन सकती हैं। इस कार्यक्रम ने न केवल रागी की बिक्री में वृद्धि की है, बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
गुमला जिला प्रशासन और JSLPS द्वारा किए जा रहे ये प्रयास महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही जिले के आर्थिक विकास में भी सहायक सिद्ध हो रहे हैं।
न्यूज़ – गनपत लाल चौरसिया
Edited by – Sanjana Kumari.