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Wednesday, October 16, 2024
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CEC के आदेश के तहत मंजूनाथ भजंत्री को रांची डीसी पद से हटाना जरूरी था, भाजपा ने मुख्य चुनाव पदाधिकारी से शिकायत भी की थी 

रांची : आखिरकार कुछ दिन पूर्व बने रांची के डीसी मंजूनाथ भजंत्री को हटाकर वरुण रंजन को रांची का नया डीसी बना दिया गया। मंजूनाथ भजंत्री को कुछ दिन पहले ही राहुल सिन्हा को हटाकर रांची डीसी बनाया गया था। लेकिन मंगलवार को उन्हें हटाना पड़ा. उन्हें जेएसएलपीएस का मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी बनाया गया है. वरुण रंजन रांची डीसी बनने से पूर्व जिडको के प्रबंध निदेशक थे. दरअसल, मंजूनाथ भजंत्री को रांची का डीसी बनाने के बाद ही भाजपा की ओर से विरोध किया गया था. मंजूनाथ भजंत्री के खिलाफ एक पुराने मामले में जब वो देवघर उपायुक्त थे, उस मामले में अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग सचिवालय को 30 सितंबर को 24 को एक आदेश जारी किया था। यह आदेश मुख्य सचिव के नाम से था. आदेश में कहा गया था कि मंजूनाथ भजंत्री के खिलाफ 15 दिन के अंदर अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सूचित किया जाय।

भाजपा ने भंजत्री का किया था विरोध

इसके बावजूद राज्य सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं किये जाने पर भाजपा के विधि विभाग के संयोजक सुधीर श्रीवास्तव एवं प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अशोक बड़ाईक ने मंगलवार को मुख्य चुनाव पदाधिकारी के रवि कुमार को एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में कहा गया कि रांची उपायुक्त को तत्काल उनके पद से हटाया जाय और उनको झारखंड विधान सभा चुनाव 2024 में चुनाव कार्य से मुक्त किया जाय। क्योंकि 15 अक्तूबर को 16 दिन बीत जाने के बावजूद मुख्य सचिव ने अभी तक कोई भी कारवाई नहीं की है. इसके बाद आज आनन-फानन में मंजूनाथ भजंत्री को हटाकर वरुण रंजन को जिले की कमान सौंपी गई. सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि चुनाव आयोग में ज्ञापन देकर यह आशंका जताई कि भजंत्री के रहते रांची जिला में पड़ने वाले विधानसभा (रांची, हटिया, मांडर, खिजरी, कांके और सिल्ली) में साफ स्वच्छ, निर्भीक चुनाव कराना असंभव है। इसलिए उन्हें चुनाव कार्य से मुक्त करने का आग्रह किया गया था.
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