गुमला: गुमला जिला मुख्यालय में सर्वधर्म सद्भावना मंच के तत्वाधान में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें आने वाले पर्व-त्योहारों के दौरान स्वच्छता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। इस पहल का उद्देश्य त्योहारों के दौरान गुमला शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखना है, ताकि हर धर्म और समुदाय के लोग साफ-सुथरे माहौल में अपने त्योहार मना सकें।
यह स्वच्छता अभियान गुमला नगर परिषद और सर्वधर्म सद्भावना मंच के संयुक्त प्रयासों से संचालित किया जाएगा। 21 अक्टूबर 2024 को मंच के प्रतिनिधि नगर परिषद प्रशासक से मिलकर इस अभियान की शुरुआत के लिए ज्ञापन सौंपेंगे। इसके बाद, पूरे एक सप्ताह तक यह स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा।
सर्वधर्म सद्भावना मंच की बैठक: स्वच्छता अभियान की योजना
सर्वधर्म सद्भावना मंच की बैठक का आयोजन संत इग्नासियस विद्यालय के आवासीय परिसर में किया गया, जिसकी अध्यक्षता फादर ख्रीस्तोफर लकड़ा ने की। बैठक में मंच के कई प्रमुख सदस्यों ने भाग लिया और इस बात पर विचार-विमर्श किया गया कि त्योहारों के दौरान स्वच्छता बनाए रखना एक महत्वपूर्ण सामाजिक जिम्मेदारी है।
मंच ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि स्वच्छता अभियान की शुरुआत नगर परिषद प्रशासन के सहयोग से की जाएगी, ताकि यह पहल पूरे गुमला शहर में सफलतापूर्वक लागू की जा सके। 21 अक्टूबर को नगर परिषद प्रशासक के साथ इस अभियान को शुरू करने के लिए बैठक आयोजित की जाएगी और फिर एक सप्ताह तक शहर भर में सफाई अभियान चलाया जाएगा।
त्योहारों के दौरान स्वच्छता की आवश्यकता
त्योहारों का मौसम खुशी और उत्सव का समय होता है, लेकिन साथ ही, इन दिनों में कचरे और गंदगी की समस्या भी बढ़ जाती है। बाजारों, सड़कों और धार्मिक स्थलों पर बढ़ती भीड़ के कारण साफ-सफाई का ध्यान रखना मुश्किल हो जाता है। गुमला जैसे शहर में जहां हर धर्म और समुदाय के लोग एक साथ त्योहार मनाते हैं, वहां सामाजिक स्वच्छता बनाए रखना एक महत्वपूर्ण पहलू है।
स्वच्छता अभियान के जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी धर्मों के त्योहारों के दौरान शहर साफ-सुथरा रहे और किसी प्रकार की गंदगी या कचरा न फैले। इस अभियान का उद्देश्य केवल सफाई करना ही नहीं, बल्कि लोगों को भी साफ-सफाई के महत्व के प्रति जागरूक करना है।
जनभागीदारी से बनेगा अभियान सफल
स्वच्छता अभियान की सफलता में जनभागीदारी की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। सर्वधर्म सद्भावना मंच ने लोगों से अपील की है कि वे इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। गुमला शहर के नागरिकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे न केवल अपने घरों और आस-पास के क्षेत्रों को साफ रखें, बल्कि सार्वजनिक स्थानों पर भी गंदगी न फैलाएं।
मंच ने यह भी घोषणा की है कि साफ-सफाई की आदतों को बढ़ावा देने के लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यह कार्यक्रम लोगों को समझाने और प्रेरित करने के लिए होंगे कि त्योहारों के दौरान स्वच्छता बनाए रखना न केवल समाज की जिम्मेदारी है, बल्कि यह एक नागरिक कर्तव्य भी है।
स्वच्छता के साथ सामाजिक समरसता पर भी जोर
सर्वधर्म सद्भावना मंच का मुख्य उद्देश्य केवल स्वच्छता अभियान तक सीमित नहीं है। इस मंच का गठन सामाजिक समरसता और धार्मिक एकता को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि स्वच्छता अभियान के अलावा, मंच आने वाले समय में डायन-बिसाही जैसी कुरीतियों के खिलाफ जागरूकता अभियान भी चलाएगा।
मंच ने यह भी घोषणा की कि वह मतदान जागरूकता, पीड़ित परिवारों की मदद, और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जागरूकता फैलाने जैसे अन्य कार्यक्रम भी आयोजित करेगा। इस प्रकार के कार्यक्रमों के जरिए मंच अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाएगा और समाज में सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देगा।
संगठन का विस्तार और भविष्य की योजनाएं
बैठक के दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि सर्वधर्म सद्भावना मंच का संगठनात्मक विस्तार किया जाएगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि मंच के साथ अधिक से अधिक लोग जुड़ें और इसकी गतिविधियां व्यापक स्तर पर चलें। मंच ने भविष्य में कई अन्य कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तैयार की है, जिसमें समाज के कमजोर और वंचित वर्गों की मदद करना, धार्मिक सौहार्द्र बनाए रखना, और सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने के लिए काम करना शामिल है।
सभी नागरिकों से सहयोग की अपील
बैठक के अंत में, सर्वधर्म सद्भावना मंच ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे इस स्वच्छता अभियान में अपनी सक्रिय भागीदारी दें। मंच के सदस्य रंजीत सिंह ने बैठक के समापन पर धन्यवाद ज्ञापित किया और सभी से आग्रह किया कि वे निस्वार्थ भाव से मंच के उद्देश्यों के प्रति समर्पित रहें।
मंच के सभी सदस्यों ने एकमत होकर यह संकल्प लिया कि वे गुमला को एक स्वच्छ, सुरक्षित, और सामाजिक रूप से समृद्ध शहर बनाने के लिए अपने योगदान को जारी रखेंगे।
सामाजिक और धार्मिक समरसता के साथ स्वच्छता की पहल
सर्वधर्म सद्भावना मंच द्वारा उठाया गया यह कदम न केवल त्योहारों के दौरान स्वच्छता बनाए रखने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है, बल्कि यह धार्मिक एकता और सामाजिक समरसता को भी बढ़ावा देने वाला है। मंच की यह पहल समाज को स्वच्छ, सुरक्षित और संगठित बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
गुमला के नागरिकों की जिम्मेदारी है कि वे इस अभियान का हिस्सा बनें और अपने शहर को साफ-सुथरा बनाए रखने में योगदान दें। स्वच्छता के साथ-साथ सामाजिक और धार्मिक एकता बनाए रखने के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया