गुमला: आगामी विधानसभा चुनाव 2024 को सुचारू और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए गुमला जिला प्रशासन द्वारा की जा रही तैयारियों की समीक्षा लगातार जारी है। इस क्रम में, सोमवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने घाघरा और बिशुनपुर प्रखंडों के विभिन्न मतदान केंद्रों का दौरा कर चुनावी तैयारियों की समीक्षा की।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने चुनाव की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की और सभी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। यह सुनिश्चित किया गया कि चुनाव से संबंधित सभी कार्य समय पर पूरे हों और मतदाताओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
मतदाताओं के लिए सुविधाएं: एश्योर्ड मिनिमम फैसिलिटी (AMF)
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने एश्योर्ड मिनिमम फैसिलिटी (AMF) की उपलब्धता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर मतदान केंद्र पर बिजली, पानी, शौचालय और अन्य बुनियादी सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि मतदान के दिन मतदाताओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और वे बिना किसी कठिनाई के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।
विशेष रूप से दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिए व्हीलचेयर और रैंप की व्यवस्था हर मतदान केंद्र पर सुनिश्चित की जाएगी। यह चुनावी प्रक्रिया को सभी के लिए सुलभ और समावेशी बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
सेक्टर मजिस्ट्रेटों के अनुभव से होगा बेहतर चुनाव प्रबंधन
बैठक के दौरान उपायुक्त ने सभी सेक्टर मजिस्ट्रेटों से उनके पूर्व के चुनावी अनुभवों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अधिकारियों से चर्चा करते हुए कहा कि पूर्व के चुनावों से मिले अनुभव इस बार की चुनाव प्रक्रिया को बेहतर और त्रुटिरहित बनाने में सहायक हो सकते हैं।
सेक्टर मजिस्ट्रेटों के अनुभवों के आधार पर मतदान की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए उपायुक्त ने विस्तृत दिशा निर्देश दिए। उनका मानना है कि इस बार का चुनाव पूरी तरह से त्रुटिरहित और निष्पक्ष रूप से आयोजित होगा, बशर्ते अधिकारी अपने कर्तव्यों का पूरी सतर्कता और जिम्मेदारी से पालन करें।
मॉक पोल और चुनावी प्रक्रिया की निगरानी
मतदान प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए मॉक पोल का आयोजन भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा। मॉक पोल के दौरान अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि चुनावी उपकरण सही तरीके से कार्य कर रहे हैं। इस बार मॉक पोल को सुबह 5:30 बजे तक करने का निर्देश दिया गया है, ताकि मतदान प्रक्रिया में किसी प्रकार की तकनीकी समस्या न आए।
इसके अलावा, मतदान के दिन किसी भी वॉलेंटियर को मतदान केंद्र के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। यह निर्णय चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और स्वतंत्र रूप से संपन्न करने के उद्देश्य से लिया गया है। मतदान केंद्रों पर सुरक्षा की दृष्टि से विशेष प्रबंध किए जाएंगे और हर बूथ की सतर्क निगरानी की जाएगी।
कम मतदान वाले केंद्रों पर विशेष ध्यान
उपायुक्त ने उन मतदान केंद्रों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया जहां पिछले चुनावों में 50% से कम मतदान हुआ था। उन्होंने कहा कि इन केंद्रों का नियमित निरीक्षण किया जाए और वहां के नागरिकों से मिलकर उन्हें मतदान के लिए प्रेरित किया जाए।
इसके साथ ही, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी मतदान केंद्रों की तैयारी मतदान दिवस से दो दिन पूर्व पूरी हो जाए। क्रिटिकल बूथों पर मतदान का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 4 बजे तक रहेगा, जबकि अन्य बूथों पर मतदान का समय शाम 5 बजे तक होगा।
सुरक्षा और निगरानी पर विशेष जोर
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने सुरक्षा के मद्देनजर विशेष निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर मतदान केंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया जाए और किसी भी प्रकार की अनियमितता को समय रहते दूर किया जाए।
सभी मतदान केंद्रों पर जल मीनार, पेयजल, बिजली, और शौचालय जैसी सुविधाओं की उपलब्धता को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने अधिकारियों को अपने दायित्वों को निष्ठापूर्वक निभाने की अपील की और कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही जिले के लिए बड़ी समस्या खड़ी कर सकती है।
शांतिपूर्ण और सफल चुनाव की दिशा में मजबूत कदम
गुमला जिला प्रशासन द्वारा चुनाव की तैयारी को लेकर उठाए गए ये कड़े कदम चुनाव को निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और सफल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं। उपायुक्त ने सभी अधिकारियों और चुनाव से जुड़े कर्मियों को यह निर्देश दिया है कि वे पूरी सतर्कता और जिम्मेदारी के साथ अपने कार्यों का पालन करें, ताकि कोई भी मतदाता अपने मताधिकार से वंचित न रह जाए।
इसके साथ ही, जिला प्रशासन ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे इस चुनावी प्रक्रिया में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और निष्पक्ष तथा शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करें।
बेहतर सुविधाओं और सुरक्षा से त्रुटिरहित चुनाव की उम्मीद
गुमला जिले में आगामी विधानसभा चुनाव 2024 के लिए की जा रही तैयारियों के तहत, प्रशासन ने स्वच्छ, निष्पक्ष और सुरक्षित चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। मतदाताओं के लिए सुविधाओं की उपलब्धता, दिव्यांगों के लिए विशेष प्रबंध, और सुरक्षा व्यवस्था से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि चुनावी प्रक्रिया बिना किसी रुकावट के संपन्न हो।
आखिरकार, एक निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव ही लोकतंत्र की सफलता की कुंजी है। गुमला जिला प्रशासन इस दिशा में पूरी तरह से तैयार है और नागरिकों से इस प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी की उम्मीद कर रहा है।