गुमला: आगामी विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर, गुमला जिले में नैतिक मतदान के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। चुनाव में अधिक से अधिक मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन ने स्वीप गतिविधियों (सिस्टमेटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन) के तहत कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त गुमला कर्ण सत्यार्थी के नेतृत्व में यह अभियान जोर-शोर से चल रहा है, जिसमें जिला स्तर के अधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी मतदाताओं के बीच जाकर उन्हें अपने मताधिकार के प्रति जागरूक कर रहे हैं। विशेष रूप से उन क्षेत्रों में यह अभियान तेज किया गया है, जहां पिछले चुनावों में कम मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया था।
कम मतदान प्रतिशत वाले क्षेत्रों में बढ़ी सक्रियता
स्वीप गतिविधि के अंतर्गत, जिले के अधिकारी उन मतदान केंद्रों का नियमित दौरा कर रहे हैं जहां 50% से कम मतदान हुआ था। इसका मुख्य उद्देश्य मतदाताओं से सीधे संपर्क स्थापित करना और उन्हें मतदान के महत्व के बारे में जागरूक करना है।
आज, जिले के स्वीप नोडल पदाधिकारी सह जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने डुमरी स्थित विभिन्न मतदान केंद्रों का दौरा किया। इसी प्रकार, घाघरा प्रखंड में भी जिला शिक्षा अधीक्षक और शिक्षा पदाधिकारी ने मतदाताओं से मुलाकात कर उन्हें मतदान की प्रक्रिया और उसके महत्व के बारे में समझाया। इस पहल का उद्देश्य मतदाताओं को यह बताना है कि उनका एक वोट उनके क्षेत्र के विकास के लिए कितना महत्वपूर्ण है।
नैतिक मतदान के प्रति बढ़ती जागरूकता
गुमला जिले में नैतिक मतदान को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान लगातार चल रहा है। इस अभियान के तहत अधिकारी मतदान केंद्रों पर सुविधाओं की भी जांच कर रहे हैं ताकि मतदाताओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
अधिकारियों का मानना है कि जब मतदाता खुद को मतदान प्रक्रिया का अभिन्न हिस्सा समझेंगे और मतदान केंद्रों पर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होंगी, तो मतदान प्रतिशत में निश्चित रूप से बढ़ोतरी होगी। इस पहल के तहत मतदाताओं की समस्याओं को भी चिन्हित किया जा रहा है ताकि उन्हें समय रहते दूर किया जा सके।
नैतिक मतदान की ओर एक कदम
नैतिक मतदान का अर्थ है बिना किसी प्रलोभन या दबाव के, स्वतंत्र रूप से, अपने विवेक से मतदान करना। यही लोकतंत्र का मूल सिद्धांत है। स्वीप गतिविधि के तहत जिला प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि प्रत्येक मतदाता मतदान करने के अपने अधिकार को समझे और उसका सही उपयोग करे।
जिला प्रशासन की ओर से लगातार अपील की जा रही है कि मतदाता 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। मतदान केवल एक अधिकार नहीं है, बल्कि यह लोकतंत्र की नींव है, जो समाज के विकास और क्षेत्र की प्रगति को सुनिश्चित करता है।
मतदाताओं के साथ संवाद: एक सफल चुनाव की कुंजी
मतदान केंद्रों पर जाकर मतदाताओं से सीधा संवाद स्थापित करना इस अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा है। अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि ग्रामीण और सुदूरवर्ती इलाकों में मतदाताओं से व्यक्तिगत तौर पर मिलकर उनकी समस्याएं सुनी जाएं और उनका समाधान किया जाए।
अधिकारियों द्वारा किए जा रहे नियमित दौरों से कम मतदान वाले क्षेत्रों में मतदाताओं के बीच जागरूकता बढ़ी है। अब मतदाता पहले से अधिक सजग हैं और चुनाव में अपनी भागीदारी को लेकर उत्साहित भी हैं। इस पहल का मुख्य उद्देश्य यही है कि हर नागरिक अपने मताधिकार का प्रयोग करे और चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाए।
स्वीप गतिविधि: जनता के बीच बढ़ती पहुंच
गांव-गांव जाकर स्वीप गतिविधियों के तहत अधिकारियों द्वारा मतदाताओं को यह समझाया जा रहा है कि चुनाव के दिन उनके द्वारा डाला गया एक-एक वोट महत्वपूर्ण है। यह पहल मतदाताओं के प्रति जागरूकता फैलाने के साथ ही, लोकतंत्र को मजबूत करने का प्रयास है।
अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी मतदान केंद्रों पर सुविधाओं की पूर्ण व्यवस्था हो। इसके अंतर्गत, पानी, बिजली, शौचालय और रैंप जैसी बुनियादी आवश्यकताओं की जांच की जा रही है, ताकि किसी भी मतदाता को असुविधा का सामना न करना पड़े।
चुनावी तैयारियों के बीच नैतिक जिम्मेदारी
जिला प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मतदान केवल एक अधिकार नहीं है, बल्कि यह एक नैतिक जिम्मेदारी भी है। मतदाता अपने मत का सही उपयोग कर क्षेत्र के विकास में भागीदार बन सकते हैं।
मतदान के दिन के लिए प्रशासन ने तैयारी को पूरी तरह सुनिश्चित कर लिया है। हर मतदान केंद्र पर सुविधाओं की जांच के साथ-साथ मतदाताओं की सहायता के लिए वॉलेंटियर भी तैनात किए जाएंगे। चुनाव के दिन मतदाताओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए हर संभव कदम उठाए गए हैं।
नैतिक मतदान की ओर कदम बढ़ाएं
गुमला जिले में नैतिक मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के इस अभियान का उद्देश्य न केवल मतदान प्रतिशत को बढ़ाना है, बल्कि मतदाताओं को उनके अधिकार और जिम्मेदारी का महत्व समझाना भी है।
13 नवंबर को आयोजित होने वाले विधानसभा चुनाव में हर मतदाता का वोट महत्वपूर्ण होगा। आपका मतदान आपके क्षेत्र के विकास में आपकी भागीदारी को सुनिश्चित करता है। इसलिए, नैतिक मतदान की ओर कदम बढ़ाएं और अपने मतदान केंद्र पर जाकर अपना कीमती वोट जरूर डालें।